CM योगी को सौंपी गयी संभल हिंसा मामले की रिपोर्ट, तीन सदस्यीय पैनल ने तैयार की है 450 पन्नों की रिपोर्ट
punjabkesari.in Thursday, Aug 28, 2025 - 03:58 PM (IST)

संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पिछले साल 24 नवंबर को हुई हिंसा की जांच के लिए गठित कमेटी ने अपनी विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है। लगभग 450 पन्नों की इस रिपोर्ट में न केवल उस दिन हुई घटनाओं का विस्तार से वर्णन है, बल्कि सम्भल के सामाजिक-राजनीतिक इतिहास और सांप्रदायिक तनावों का भी ब्यौरा दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक़, 450 पन्नों की इस रिपोर्ट में नवंबर 2024 की संभल हिंसा के बारे में विवरण शामिल हैं और इसमें शहर में हुए पिछले दंगों का भी जिक्र है। रिपोर्ट में संभल में जनसांख्यिकीय परिवर्तनों के बारे में भी प्रमुख विवरण दिया गया है, जहां एक समय हिंदू समुदाय के सदस्य 45 प्रतिशत थे, लेकिन उनकी संख्या तब से घटकर 20 प्रतिशत हो गई है। रिपोटर् के अनुसार, आजादी के समय संभल नगर पालिका क्षेत्र में 55 प्रतिशत आबादी मुस्लिम और 45 प्रतिशत हिंदू थी। हालांकि, वर्तमान समय में हिंदू आबादी घटकर 15 प्रतिशत हो गई है, जबकि मुस्लिम समुदाय 85 प्रतिशत हो गया है।
आजादी के बाद से संभल में कुल 15 दंगे हुए हैं। हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई और अधिकारियों व स्थानीय लोगों सहित कई अन्य घायल हो गए थे । जैसे ही स्थानीय मुसलमान मस्जिद के बाहर इकट्ठा हुए और तनाव बढ़ा, पुलिस ने बल प्रयोग किया और प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं, जिसमें कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और अधिकारियों व स्थानीय लोगों सहित कई घायल हो गए।
हिंसा के परिणामस्वरूप छतों से पुलिस पर कथित तौर पर पथराव करने के आरोप में 12 प्राथमिकी दर्ज की गईं और 80 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। रिपोर्ट को लेकर प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने कहा कि सम्भल की जो घटना हुई थी उस पर प्रदेश सरकार ने जांच के न्यायिक आयोग का गठन किया था।आज न्यायिक आयोग ने अपनी रिपोर्ट न्यायिक आयोग को सौंपी है। उन्होंने कहा कि न्यायिक आयोग की रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
रिपोर्ट की मुख्य बातें:-
24 नवंबर 2024 की हिंसा : रिपोर्ट में बताया गया है कि उस दिन हुई हिंसा की पृष्ठभूमि कई सालों से पनपते तनावों में छिपी थी।
दस्तावेज़ में सम्भल के पिछले कई दशकों के दंगों का ज़िक्र है – कब-कब उपद्रव हुआ, उसमें कितना नुकसान हुआ और किन-किन कारणों से टकराव बढ़ा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कभी सम्भल में हिंदुओं की आबादी 45 प्रतिशत थी, जो अब घटकर 15–20 प्रतिशत के बीच रह गई है।
कमेटी ने प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं, साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुझाव दिए हैं।