बसपा से निलंबित होने पर बोली सुषमा पटेल- दुख इस बात का कि पार्टी ने बिना पक्ष सुने की कार्रवाई

punjabkesari.in Thursday, Oct 29, 2020 - 03:55 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश हो रहे राज्यसभा चुनाव से पहले ही  बहुजन समाज पार्टी  के सात विधायकों ने पार्टी से बगावत कर दिया है। जिसे आज बहुजन प्रमुख ने उन्हे पार्टी से निलंबित दिया। वहीं मुंगराबादशाहपुर सीट बहुजन समाज पार्टी से विधायक सुषमा पटेल ने पार्टी अध्यक्ष की कार्रवाई पा नाराज़गी जताई है। उन्होंने कहा कि पार्टी से निकाले से पहले हमारे भी पक्ष को पार्टी प्रमुख को सुनना चाहिए था। उन्होंने बताया कि दुख इस बात का है कि पार्टी  ने हमारा पक्ष बिना जानें ही निलंबन की कार्रवाई की है।

बता दें कि जौनपुर के मुंगराबादशाहपुर सीट से निर्वाचित सुषमा पटेल भी विधायक है। उन्होंने कहा कि हमे जनता ने चुना है और वह जनता की सेवा के लिए सदैव काम करती रहेंगी। किसी से मिलना-जुलना गुनाह नहीं है। उन्होंने सपा अध्यक्ष से औपचारिक मुलाकात की थी। इससे पहले भी विभिन्न दलों के लोग अलग-अलग दल के नेताओं से मिलते रहे हैं। यह एक सामाजिक प्रक्रिया है। इसे गलत नहीं माना जाना चाहिए। बसपा अध्यक्ष मायावती जी ने जो भी कार्रवाई की है, वह स्वीकार्य है। पार्टी उनकी है, लिहाजा वह ऐसा कर सकती हैं। बस मलाल इतना है कि कार्रवाई से पहले उनका पक्ष भी जानना चाहिए था। हमने कोई गलती नहीं की है। मैं पूरी तरह निर्दोष हूं।

फिलहाल किसी पार्टी में भी नहीं जा रही हूं। आगे भविष्य में क्या होगा, इस पर परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लिया जाएगा। विधायक के रूप में जनता की सेवा के लिए समर्पित भाव से काम करती रहूंगी। बता दें कि सुषमा पटेल ने बुधवार को लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भेंट की थी। इसके पहले ही बसपा के पांच अन्य विधायक भी अखिलेश से मिले थे और राज्यसभा चुनाव के लिए पार्टी नेतृत्व के फैसले पर अंसतोष जताया था।


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Ramkesh

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