राम मंदिर की पहली वर्षगांठ को महापर्व के रूप में मनाएंगे साधु-संत, देशवासियों से की ये अपील

punjabkesari.in Saturday, Nov 07, 2020 - 03:24 PM (IST)

अयोध्या:  मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में मंदिर विवाद के फैसला का एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर रामादल ट्रस्ट 9 नवम्बर को धार्मिक अनुष्ठान करेगा। ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित कल्किराम ने शनिवार को बताया कि उच्चतम न्यायालय ने ऐतिहासिक फैसला पिछले साल नौ नवम्बर को सुनाया था। राम मंदिर की पहली वर्षगांठ को महापर्व के रूप में मनाया जायेगा।       

उन्होंने बताया कि ब्रह्म मुहूर्त में सबसे पहले अयोध्या का अभिषेक सरयू तट पर किया जायेगा। उसके बाद महर्षि बाल्मिकी रचित सुंदरकांड का पाठ पढ़ा जायेगा। राम मंदिर फैसले में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दीर्घायु के लिये अयोध्या की सभी सीमाओं पर 108 बत्तियों के दीपक को जलाया जायेगा।      

 ट्रस्ट के अध्यक्ष ने बताया कि इसी तरह बत्ती के दीपक सरयू में दीपदान भी किये जायेंगे। साथ ही देश और दुनिया में रामादल ट्रस्ट से जुड़े लोगों से भी कहा जायेगा कि नौ नवम्बर को प्रत्येक घर में घी के दीपक जलायें और हनुमान चालिसा का ग्यारह बार पाठ करें। उन्होंने बताया कि इस ऐतिहासिक दिन को और यादगार बनाने के लिये जोर-शोर से अयोध्या के साधु-संतों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। रामादल नौ नवम्बर को धार्मिक अनुष्ठान करेगा और अपने अनुयायियों से भी कहा जायेगा कि वह मंदिरों में दीपक जला करके हनुमान चालिसा का पाठ पढ़े।       

अयोध्या विवाद का फैसला आने के बाद अब एक वर्ष पूरा होने पर इसे यादगार बनाने के लिये अयोध्या में साधु-संतों द्वारा सुबह से ही धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जायेगा, जिसमें सबसे पहले सरयू तट पर अयोध्या का दुग्धाभिषेक किया जायेगा। मध्यम में रामचरित, रामायण से सुंदरकांड का भी आयोजन किया जायेगा।

 

 


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Moulshree Tripathi

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