''Operation Sindoor'' के बाद आतंकी मसूद अजहर को राहत? पाकिस्तान देगा 14 करोड़ रुपए! वजह जानकर उड़ जाएंगे होश
punjabkesari.in Wednesday, May 14, 2025 - 02:43 PM (IST)

Masood Azhar News: भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान में छिपे बैठे आतंकियों को करारा जवाब दिया है। इस ऑपरेशन में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर हमला किया गया था, जिसमें संगठन के सरगना मौलाना मसूद अजहर के परिवार के 14 लोग मारे गए थे। अब चौंकाने वाली खबर यह है कि पाकिस्तान सरकार, इस हमले में मारे गए लोगों के नाम पर, मसूद अजहर को 14 करोड़ रुपए मुआवजा देने की तैयारी कर रही है। हर मरे हुए व्यक्ति के लिए 1 करोड़ रुपए की दर से यह रकम दी जाएगी।
ऑपरेशन सिंदूर: क्या था मामला?
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 7 मई को भारत ने एक बड़ी सैन्य कार्रवाई की थी, जिसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया। इनमें से एक बड़ा हमला जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय बहावलपुर में किया गया, जहां मिसाइलों से जैश के ट्रेनिंग कैंप को उड़ा दिया गया। इसी हमले में मसूद अजहर के परिवार के 14 सदस्य मारे गए।
जानिए, कौन-कौन मारे गए?
खुद मसूद अजहर ने यह स्वीकार किया है कि इस हमले में उसके: बड़ी बहन और बहनोई, एक भतीजा और उसकी पत्नी, एक भतीजी और उसके 5 बच्चे और अन्य रिश्तेदार मारे गए हैं। यानी मसूद अजहर का पूरा परिवार इस हमले में खत्म हो गया है और वह अब इकलौता जीवित सदस्य बचा है।
क्यों मिलेगा मसूद अजहर को 14 करोड़ मुआवजा?
बताया जा रहा है कि एक निजी अंग्रेजी समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान सरकार ने इस हमले में मारे गए लोगों के लिए सरकारी राहत कोष से मुआवजा देने का ऐलान किया है। हर मरे हुए व्यक्ति के लिए 1 करोड़ रुपए मुआवजा तय किया गया है। मसूद अजहर के परिवार के 14 लोग मारे गए, इसलिए उसे कुल 14 करोड़ रुपए मिल सकते हैं।
सवाल उठता है- आतंकियों को मुआवजा क्यों?
इस पूरे मामले ने पाकिस्तान सरकार की नीयत पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक तरफ पूरी दुनिया मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित वैश्विक आतंकी मानती है, वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार उसे मुआवजा देने जा रही है। यह मुआवजा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से घोषित किया गया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की दोहरी नीति एक बार फिर उजागर हो गई है।