Shamli News: खाकी पर लगा 2500 रुपए लेकर अवैध काम करवाने का आरोप, लकड़ी माफिया ने वीडियो वायरल कर बताया किसे जाता है कितना हिस्सा?
punjabkesari.in Friday, Jun 13, 2025 - 05:14 PM (IST)

Shamli News, (पंकज मलिक): उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में इन दिनों एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो लकड़ी माफिया का बताया जा रहा है जिसमें लकड़ी माफिया वन विभाग और पुलिस को पैसे देने का आरोप लगाते हुए हुए अवैध काम करने की बात बोल रहा है। वायरल वीडियो में लकड़ी माफिया सरकारी अधिकारियों का पूरा चिट्ठा खोलता हुआ नजर आ रहा है जिसमें वह बता रहा है कि किस प्रकार सरकारी अधिकारी उनके साथ मिलकर इस पूरे अवैध काम को करवाते हैं।
दरअसल, बता दें कि पूरा मामला जनपद शामली का है जहां एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है जो की लकड़ी माफिया का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में बाइक पर बैठा एक व्यक्ति अवैध आरा मशीनों का गोरखधंधा किस प्रकार होता है और कौन-कौन लोग उस अवैध गोरख धंधे में शामिल होते हैं और किस पर कितना सुविधा शुल्क जाता है इस सभी का पूरा गुणगान करता हुआ दिखाई दे रहा है। वायरल वीडियो गढ़ीपुख्ता थाना क्षेत्र के गढ़ी अब्दुल्ला गांव का बताया जा रहा है और जो व्यक्ति बाइक पर बैठा हुआ है उसका नाम साकिब है और वह अवैध आरा मशीनों का संचालन करता है, जो बता रहा है की गढ़ी अब्दुल्ला गांव में तकरीबन 22 से 25 आरा मशीने चल रही है जो कि पूरे तरीके से अवैध हैं और प्रत्येक आरा मशीन से 2500 रुपए वन विभाग और 2500 रुपए चौकी को जाते हैं।
साकिब वीडियो मे यह भी बता रहा है कि उनके पास वन विभाग पुलिस और अन्य लोग भी आते रहते हैं और वह सभी का सम्मान करते हैं किसी के साथ भी कोई लड़ाई झगड़ा नहीं करते हैं। साकिब ने बताया कि अगर वह सरकारी कर्मचारियों के साथ लड़ाई झगड़ा करेंगे तो इसका नुकसान उन्हीं को होगा इसलिए वह बिना किसी से लड़ाई झगड़ा किए सभी को हर महीने सुविधा शुल्क देते हैं ताकि वह भी बेफिक्र होकर बड़े ही आराम से अपनी आरा मशीन चला सकें। साकिब ने यह भी बताया कि पहले उनके यहां से प्रत्येक आरा मशीन से 2000 रुपए जाते थे लेकिन पिछले महीने एक मीटिंग हुई जिसमें यह बताया गया कि अब जो पैसा जाता है उसमें काम नहीं चल रहा है लिहाजा अब 500 रुपए और बढ़ा दिए जाएं इसके बाद इस महीने से 2500 रुपए प्रत्येक आरा मशीन से लिए गए हैं और यह पैसा वह एक आरा मशीन संचालक को ही जमा कराते है। साकिब ने यह भी बताया कि पिछले दिनों सभी आरा मशीने हटवा दी गई थी क्योंकि किसी व्यक्ति के द्वारा किसी के साथ बदतमीजी कर दी गई थी जिसका परिणाम यह हुआ था कि सभी आरा मशीने बंद कर दी गई थी लेकिन बाद में समझौता होने के बाद दोबारा से सभी आरा मशीन शुरू कर दी गई।
वहीं अब यह वायरल वीडियो सामने आने के बाद कोई भी सरकारी अधिकारी इस पर कुछ भी बोलने से बचते हुए नजर आ रहे हैँ। अब ऐसे में देखने वाली बात यह भी होगी कि जब ऐसा वीडियो वायरल हुआ है और सरकारी अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं तो ऐसे लोगों पर कार्यवाही आखिर कब होगी?