25000 लावारिश लाशों का अंतिम संस्कार करने वाले शरीफ चाचा को मिला पद्मश्री

punjabkesari.in Monday, Jan 27, 2020 - 11:31 AM (IST)

अयोध्या: राम की नगरी कही जाने वाली  अयोध्या के मोहम्मद शरीफ को 71वें गणतंत्र दिवस पर पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया। शरीफ चाचा इस सम्मान से बेहद अभिभूत हैं और वे कहते हैं, 'मोदी सरकार ने मेरी सेवाओं की कद्र कर मुझे यह सम्मान दिया है। इस सरकार ने बिना किसी भेदभाव के हरेक निर्णय किया है।'

जानकारी मुताबिक मोहम्मद शरीफ ने पिछले 27 सालों से हिंदू-मुस्लिम, सिख हो या इसाई किसी भी लावारिस लाश को फेंकने नहीं दिया। शरीफ चाचा के लिए हिंदू हो तो अयोध्या के सरयू घाट पर अंतिम संस्कार और मुस्लिम हो तो कब्रिस्तान में दफन करना रोजमर्रा का काम बन गया था। शरीफ चाचा ने अब तक लगभग 25 हजार लावारिश शवों का अंतिम संस्कार करवा चुके हैं। मोहम्मद शरीफ ने पद्मश्री सम्मान देने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जैसा पूरी दुनिया में कोई इंसान नहीं, वह एक फरिश्ते की तरह हैं जिन्होंने गरीबों के लिए काम किया है।
PunjabKesari
आइए जानें चाचा ने क्यों उठाया ये कदम?
सूत्रों के अनुसार शरीफ चाचा का एक बेटा मेडिकल सर्विस से जुड़ा था। एक बार वह सुल्तानपुर गया था, जहां उसकी हत्या करके शव को कहीं फेंक दिया गया। परिजन ने उसे बहुत खोजा, पर लाश नहीं मिली। जिसके बाद से ही शरीफ चाचा ने लावारिस शवों को अंतिम संस्कार करने का प्रण कर लिया था। वे कहते हैं कि इस सेवा से मुझे सुकून मिलता है। वहीं आम लोगों के बीच वह 'शरीफ चाचा' के नाम से मशहूर हैं।

वहीं 71वें गणतंत्र दिवस के मौके पर पद्मश्री सम्मान से नवाजे जाने वाले मोहम्मद शरीफ को प्रभारी मंत्री नीलकंठ तिवारी ने सम्मानित किया। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Ajay kumar

Recommended News

Related News

static