शिवपाल ने बजट को बताया छलावा, कहा- आभासी स्क्रैच कार्ड है, जिसमें एक संदेश छुपा होता है

punjabkesari.in Wednesday, Feb 01, 2023 - 05:16 PM (IST)

लखनऊ/ नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता शिवपाल यादव ने केंद्रीय बजट को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बजट में रोजगार व कारोबारी हितों की अनदेखी की गई है। MSME व किसानों की आय बढ़ाने को लेकर बजट मौन है। नौजवानों, महिलाओं, मजदूरों,नौकरीपेशा,व्यापारी वर्ग और विशेषकर मध्य वर्ग के लिए यह बजट मात्र एक छलावा या आभासी स्क्रैच कार्ड है,जिसमें एक संदेश छिपा होता है"BETTER LUCK NEXT TIME"।

 

बता दें कि  केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को घोषणा की कि समग्र विकास के एक अंग के तौर पर बच्चों और किशोरों के लिए अलग-अलग क्षेत्रों, भाषाओं, विषयों और स्तरों में गुणवत्तापूर्ण पुस्तकें विभिन्न उपकरणों के माध्यम से उपलब्ध कराने के लिए एक राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय की स्थापना की जाएगी। उन्होंने अपने बजट भाषण में कहा कि राज्यों को उनके लिए पंचायत तथा वार्ड स्तरों पर प्रत्यक्ष पुस्तकालय स्थापित करने और राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय संसाधन तक पहुंच बनाने के लिए आधारभूत ढांचा उपलब्ध कराने के वास्ते प्रोत्साहित किया जाएगा। महामारी के समय बच्चों की पढ़ाई को हुए नुकसान की भरपाई के लिए अध्ययन की संस्कृति विकसित करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी), चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट (सीबीटी) और अन्य स्रोतों को इन प्रत्यक्ष पुस्तकालयों में क्षेत्रीय भाषाओं एवं अंग्रेजी में पाठ्यक्रम से इतर पुस्तकें उपलब्ध कराने को प्रोत्साहित किया जाएगा।

राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय की स्थापना
सीतारमण ने कहा, ‘‘साक्षरता के क्षेत्र में काम करने वाले गैर-सरकारी संगठनों के साथ साझेदारी भी इस पहल से जुड़ी होगी। वित्तीय साक्षरता के लिए वित्तीय क्षेत्र के नियामकों और संगठनों को इन पुस्तकालयों में आयु के अनुसार यथोचित पाठ्य सामग्री प्रदान करने को प्रोत्साहित किया जाएगा।'' शिक्षा क्षेत्र के हितधारकों ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया है। एचएलएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स की प्रवक्ता तन्वी मिगलानी के अनुसार, राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय की स्थापना बच्चों तथा किशोरों के लिए अनेक विषयों में डिजिटल मंच पर प्रशिक्षण के संसाधन उपलब्ध कराने का एक बड़ा नीतिगत कदम होगा। एमआरजी स्कूल, रोहिणी (दिल्ली) की प्राचार्य अंशु मित्तल ने कहा कि डिजिटल पुस्तकालय की स्थापना से छात्रों को महामारी में हुए पढ़ाई के नुकसान से उबरने में मदद मिलेगी। ‘द क्लास ऑफ वन' की निदेशक दिव्या जैन ने भी इसी तरह के विचार रखे। ‘पैसिफिक वर्ल्ड स्कूल' की प्राचार्य पूजा बोस ने कहा कि गैर सरकारी संगठनों की भागीदारी से छात्रों को अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषाएं सीखने के लिए प्रोत्साहित करने से संस्कृति और क्षेत्रीय अवधारणा को समझना उनके लिए ज्यादा आसान होगा।

बजट में रेलवे के लिये अब तक का सर्वाधिक पूंजीगत परिव्यय, 2.40 लाख करोड़ रूपये उपलब्ध कराये गए
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि 2023-24 के आम बजट में रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपये का पूंजीगत परिव्‍यय उपलब्‍ध कराया गया है जो रेलवे के लिए अब तक का सबसे अधिक पूंजीगत परिव्‍यय है। लोकसभा में बजट पेश करते हुये सीतारमण ने कहा कि रेलवे को मौजूदा बजट प्रस्ताव में उपलब्ध कराया गया परिव्यय, 2013-14 में कुल पूंजीगत परिव्‍यय का लगभग 9 गुना है। सीतारमण ने कहा कि कोयला, उर्वरक और खाद्यान्न क्षेत्रों के लिए अंतिम और प्रथम-मील कनेक्टिविटी के लिए 100 महत्वपूर्ण परिवहन बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की पहचान की गई है, जिसे 75,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ प्राथमिकता के आधार पर लिया जाएगा। इसमें 15 हजार करोड़ रूपये निजी क्षेत्र का होगा। उन्होंने कहा कि रेल में सफर करने वाले यात्रियों की बढ़ती उम्मीदों के साथ रेलवे राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, हमसफर और तेजस जैसी प्रमुख ट्रेनों के 1,000 से अधिक कोच के नवीनीकरण की योजना बना रहा है।
 
पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए रेलवे 100 और  विस्टाडोम कोच बनाने का प्रस्ताव
उन्होंने कहा कि इन कोच के आंतरिक हिस्सों को अत्याधुनिक बनाया जायेगा और यात्रियों के आराम के हिसाब से इसमें सुधार किया जायेगा। रेलवे की पुरानी पटरियों को बदलने के लिए महत्वपूर्ण आवंटन किए जाने की संभावना है, क्योंकि रेलवे, ट्रेनों को गति देने तथा अधिक स्थानों के लिये वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरूआत करने की योजना बना रहा है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए रेलवे 100 और विस्टाडोम कोच बनाने का प्रस्ताव कर रहा है। इस बजट में सरकार ने हाइड्रोजन ईंधन आधारित 35 ट्रेन, साइड एंट्री के साथ 4,500 नए डिजाइन वाले ऑटोमोबाइल वाहक कोच, पांच हजार एलएचबी कोच और 58,000 वैगन के निर्माण का का प्रस्ताव दिया है।

 बजट दस्तावेज के अनुसार, वर्ष 2023-24 के बजट अनुमान में रेलवे का सकल राजस्व व्यय 2,65,000 करोड़ रूपया रहा जो वर्ष 2022-23 के संशोधित अनुमान में 2,42,892.77 करोड़ रूपया रहा था। बजट अनुमान 2023-24 में पूंजीगत व्यय के लिये 2,60,200 करोड़ रूपये प्रदान किये गए जिसमें 2,40,000 करोड़ रूपये सामान्य राजस्व से, 200 करोड़ रूपया निर्भया कोष से, 3000 करोड़ रूपये आंतरिक संसाधन से और 17,000 करोड़ रूपये आंतरिक और अतिरिक्त बजटीय संसाधन से जुटाये गए।


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Content Writer

Ramkesh

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