अयोध्या से रामेश्वरम तक लगेंगे श्रीराम स्तंभ, शोध के बाद 290 स्थान को किया गया चिन्हित
punjabkesari.in Friday, Sep 22, 2023 - 07:48 PM (IST)

अयोध्या: श्री राम शोध संस्थान द्वारा 40 वर्षों तक किए गए शोध के आधार पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े राम वन गमन मार्ग पर 290 स्थानों पर श्रीराम स्तंभ स्थापित करने की योजना बनाई है। यह स्थान अयोध्या से लेकर रामेश्वरम तक हैं। जिसमें कई राज्य और उन राज्यों के कई शहर शामिल हैं। यह योजना अशोक सिंघल फाउंडेशन के सौजन्य से 30 सितंबर से प्रारंभ की जाएगी।
290 स्थान को चिन्हित किया, जहां लगेंगे स्तंभ
कारसेवकपुरम में गुरुवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव और अशोक सिंघल फाउंडेशन के सदस्य चंपत राय ने बताया कि राम अवतार शर्मा ने 40 वर्षों तक शोध कर 290 स्थान को चिन्हित किया है। जहां पर प्रभु श्री राम के चरण पड़े थे। उन सभी स्थानों पर अशोक सिंघल फाउंडेशन के सौजन्य से श्रीराम स्तंभ स्थापित किए जाएंगे। जिस स्थान पर पर यह स्तंभ लगाए जाएंगे उस स्थान के स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार को किसी भी तरह का खर्च नहीं देना पड़ेगा। इसका पूरा खर्च अशोक सिंगला फाउंडेशन उठाएगी। उन्होंने बताया कि 27 सितंबर को पहला श्रीराम स्तंभ अयोध्या पहुंच जाएगा। यहां के प्राचीन मणि पर्वत पर संत महात्मा और गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में इसको स्थापित किया जाएगा। इस स्तंभ में श्रीमद् वाल्मीकि रामायण के आधार पर चौपाइयां लिखी होंगी। जिस राज्य में यह स्तंभ स्थापित होगा उस राज्य की स्थानीय भाषा में भी चौपाइयां लिखी जाएगी।
निजी भवनों के बाहरी दीवार पर लगेगा अयोध्या का लोगो
अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग पर साकेत पेट्रोल पम्प के पास ओवरब्रिज के अंतिम छोर पर विकास प्राधिकरण की ओर से लगवाए जा रहे अयोध्या लोगो का गुरुवार को मंडलायुक्त गौरव दयाल ने निरीक्षण किया। उन्होंने बाईपास किनारे स्थित निजी भवनों के बाहरी दीवारों पर लोगो लगवाने का निर्देश दिया। मंडलायुक्त ने बताया लता मंगेशकर चौक के ऊपर से गुजरने वाली हाईटेशन लाइन जल्द विस्थापित होने वाली है। उनके टावरों को डिस्मेंटल न करके उनमे आकर्षक फसाड लाइटिंग कराने के साथ अन्य गतिविधियों संचालित करने को लेकर रूपरेखा बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने जन्मभूमि पथ पर बनाई जाने वाली केनोपी व स्वागत गेट के लिए हो रहे कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने राजकीय निर्माण निगम को सभी कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए।