कलयुगी बेटा बना हैवान! घर में पिता की हत्या कर 80 KM दूर जलाया शव, दोस्त की मदद से मोबाइल भेजा बिहार, ''दृश्यम''-क्राइम पेट्रोल देखकर किया खौफनाक कांड...
punjabkesari.in Saturday, Sep 20, 2025 - 03:43 PM (IST)

कानपुर: यूपी के कानपुर जिले से एक चौंकाने वाली हत्या की साजिश सामने आई है। यहां एक युवक ने दृश्यम फिल्म और क्राइम पेट्रोल देखकर अपने पिता की दर्दनाक हत्या कर दी। उसने पहले पिता का गला दबाया, फिर पहचान छिपाने के लिए दोस्त की मदद से शव को औरैया ले जाकर पेट्रोल डालकर चेहरा जला दिया। इसके बाद पिता के मोबाइल को दोस्त के जरिए बिहार भेजकर ऑन कराया, ताकि उनकी आखिरी लोकेशन बिहार की निकले। बता दें कि ये सब कुछ बेटे ने सिर्फ संपत्ति के लालच में किया है। पुलिस ने हत्यारोपी बेटे को गिरफ्तार जेल भेज दिया है।
15 मार्च से पिता का फोन बंद - रामजी
कल्याणपुर कोतवाली क्षेत्र स्थित पुराना शिवली रोड चंदेल नगर के रहने वाले कमलापति तिवारी उम्र 62 साल रेलवे कर्मचारी थे। वह दो साल पहले बिहार के मधुबनी जिले के जयनगर से गार्ड के पद से रिटायर हुए थे। उनकी पत्नी मधु तिवारी अक्सर अपना समय वृंदावन में व्यतीत करती हैं। मधु तिवारी ने बेरोजगार छोटे बेटे रामजी से फोन पर बात की तो उसने बताया कि पिता जयनगर गए हैं। वृंदावन गईं पत्नी तीन महीने बाद जब 29 मई को लौटीं तो रामजी ने बताया कि 15 मार्च को पिता जयनगर चले गए थे, तभी से उनका फोन बंद है।
औरैया पुलिस ने दी शव की सूचना, पत्नी ने झट से पहचाना
पत्नी ने 12 जून को कल्याणपुर थाने में पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। कमलापति के मोबाइल की लोकेशन बीते चार अप्रैल को जयनगर की मिली। वहां की पुलिस से संपर्क किया गया, लेकिन उनका कहीं कुछ पता नहीं चला। दो दिन पहले औरैया के बेला थाने से सूचना मिली कि 18 मार्च को एक शव मिला था, जिसका चेहरा जला हुआ था। कमलापति की फोटो देखकर पत्नी ने झट से उनकी पहचान कर ली।
पुलिस को हुआ शक
पुलिस को शक हुआ कि रामजी ससुराल में रहता था। पिता के लापता होने के बाद उनके घर में रहने लगा। पुलिस ने शक के आधार पर बेटे को उठा लिया। फिर सख्ती से पूछताछ करने पर घटना का खुलासा हो गया। इसके बाद पुलिस ने उसके दोस्त ऋषभ को भी धर दबोचा। डीसीपी पश्चिम के मुताबिक रामजी ने 17 मार्च को पिता की हत्या की थी। वह उसे पैसे नहीं देते थे और मांगने पर पत्नी के सामने बेइज्जत करते थे। इस बात से नाराज होकर उसने पिता को मौत के घाट उतार दिया।
दृश्यम फिल्म से था प्रभावित
दृश्यम फिल्म में जिस प्रकार अजय देवगन का किरदार विजय हत्या करने के बाद लाश को ठिकाने लगाता है। कुछ उसी तरह की योजना रामजी ने भी बनाई थी। इतना ही नहीं पुलिस से बचने के तरीके जानने के लिए कई बार क्राइम पेट्रोल भी देखता था। इसलिए हत्या के बाद पिता के कपड़े उतार कर फेंक दिए थे। साथ ही पहचान मिटाने के लिए पॉलीथीन और पेट्रोल डालकर चेहरा जला दिया था।