यूपी में सपा मुख्य विपक्षी दल... MP, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में BSP ने दिखाई जमीन, जानिए मिले कितने वोट?
punjabkesari.in Thursday, Dec 07, 2023 - 10:13 PM (IST)

UP Politics: पांच राज्यों में विधानसभा का चुनाव खत्म हो गया है... 3 राज्यों में बीजेपी ने अपना कब्जा जमाया है... तो वहीं एक राज्य कांग्रेस के हाथ लगी है.... बता दें कि इन राज्यों में बड़े राजनीतिक पार्टियों के साथ- साथ कई छोटी पार्टियों ने भी अपनी दावेदारी पेश की... लेकिन कुछ खास नहीं कर पाई.... लेकिन अब सवाल उठता है कि उत्तर प्रदेश के बाहर किस क्षेत्रीय दल का प्रदर्शन बेहतर है? अगर ये सवाल समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के परिपेक्ष्य में किया जाए तो निश्चित तौर पर बसपा बाजी मारती दिखती है... मायावती की बसपा देश के विभिन्न राज्यों में बहुजन समाज की बात कर उन्हें राजनीतिक विकल्प देने की बात करती दिखती है... वहीं, इस बार के विधानसभा चुनाव में PDA यानी पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक वोट की राजनीति के सहारे अखिलेश यादव सपा को तीन राज्यों में बढ़त दिलाने का प्रयास करते दिखे... लेकिन हकिकत में चुनावी मैदान में कम दिखने वाली मायावती ने एक बार फिर अखिलेश यादव को इस जमीन पर मात दी है...
मायावती ने यूपी के बाहर अपना कद बरकरार रखा है... भले ही पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा, लेकिन समाजवादी पार्टी के मुकाबले बसपा ने बेहतर प्रदर्शन किया है... मायावती ने इस बार चुनाव में अपनी सक्रियता को बढ़ाने में कामयाब रही... इस कारण लगभग सभी राज्यों में हुए दोतरफा मुकाबलों के बीच बसपा अपने जनाधार को कुछ हद तक बचाने में कामयाब रही... जहां तेलंगाना में पार्टी की ओर से BRS के प्रति जनाक्रोश को देखते हुए अपना अलग एजेंडा दिया गया, लेकिन बसपा को यहां कोई खास सफलता नहीं मिल पाई… प्रदेश में कांग्रेस पहले नंबर पर रही… वहीं, BRS को दूसरा और भाजपा को तीसरा स्थान मिला… AIMIM के बाद बसपा वोट शेयर के मामले में पांचवे स्थान पर रही… हालांकि, पार्टी को समाजवादी पार्टी से इन चुनावों में बढ़त मिलती हुई जरूर दिखाई दी...
अगर बात मध्य प्रदेश की करें तो मध्य प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी को सपा से करीब 7 गुना अधिक वोट मिले... दरअसल, इस चुनाव में भाजपा एक बार फिर सबसे बेहतर प्रदर्शन करने में कामयाब रही.... पार्टी को प्रदेश के 48.55 फीसदी वोटरों का समर्थन मिला... वहीं, दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस 40.40 फीसदी वोट शेयर हासिल करने में कामयाब रही... अखिलेश यादव ने एमपी चुनाव में कई सभाएं की.... कांग्रेस के साथ तनातनी को लेकर अखिलेश ने खासी मीडिया हाइप बटोरी... लेकिन, चुनावी मैदान में सपा का प्रदर्शन कोई खास नहीं रहा... पार्टी को महज 0.46 फीसदी वोट शेयर मिला... मायावती भी एमपी चुनाव के मैदान में उतरीं... हालांकि, उन्होंने अपना प्रचार अपने तक सीमित रखा... अधिक मीडिया हाइप भी नहीं मिली... इसके बावजूद प्रदेश में बसपा को 3.40 फीसदी वोट मिला...
वोटों के मामले में पार्टी राज्य में तीसरे स्थान पर रही... हालांकि, बसपा एक भी सीट जीत पाने में कामयाब नहीं हुई... मध्य प्रदेश में बसपा के गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ गठबंधन किया था... बसपा ने 174 और जीजीप ने 52 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे... वहीं, सपा ने 46 सीटों पर कैंडिडेट खड़े किए थे... हालांकि बसपा ने मध्य प्रदेश में वर्ष 2018 के चुनाव में 5.1 फीसदी वोट शेयर के साथ दो सीटों पर कब्जा जमाया था... इस लिहाज से इस बार पार्टी का प्रदर्शन कमजोर हुआ है... छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में भी बसपा का प्रदर्शन सपा के मुकाबले बेहतर रहा... हालांकि, यहां भी भाजपा ने तमाम दलों से बाजी मारी... पार्टी को वोट प्रतिशत के लिहाज से बढ़त मिली... पार्टी को 46.27 फीसदी वोटरों का समर्थन मिला... वहीं, दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस को 42.23 फीसदी वोटरों ने वोट किया... वोट शेयर के मामले में यहां भी तीसरे नंबर पर बसपा रही... पार्टी को 2.05 फीसदी वोट मिले... हालांकि, पार्टी को एक भी सीट पर जीत नहीं मिल सकी...
राजस्थान चुनाव ने भी बसपा को इस बार निराश नहीं किया... मायावती के निर्देश पर उनके भतीजे आकाश आनंद चुनाव से पहले ही राजस्थान में कैंप करने लगे थे... लगातार सभाओं के जरिए उन्होंने माहौल बनाया... हालांकि, पार्टी पिछले प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाई... इस बार 1.82 फीसदी वोट शेयर के साथ बसपा ने दो सीटें जीतीं... राजस्थान चुनाव 2018 में बसपा ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी...बता दें कि मायावती ने तेलंगाना में दो रैलियां की थीं... छत्तीसगढ़ में भी उन्होंने दो रैलियों को संबोधित किया... मध्य प्रदेश और राजस्थान में बसपा प्रमुख की आठ- आठ जनसभाएं हुईं... लेकिन, पार्टी का प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा... तेलंगाना में बसपा को 2014 के दो सीटों पर जीत के आंकड़े को दोहराने में 10 साल बाद भी सफलता नहीं मिली.... लेकिन जो भी नतीजे तो यही बता रहे हैं कि अखिलेश के मुकाबले मायावती का जादू चल गया....