सपा विधायक ने कुलपति के खिलाफ किया अनोखा प्रदर्शन, गंगा में खड़ाऊ विसर्जन कर जताया विरोध
punjabkesari.in Wednesday, Jan 25, 2023 - 06:10 PM (IST)

कानपुर (ऋषभ सिंह) : कानपुर और आगरा यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. विनय पाठक द्वारा पदभार ग्रहण करने के साथ ही समाजवादी पार्टी ने फिर मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को गंगा किनारे स्थित सरसैया घाट पर सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कुलपति की खड़ाऊ को गंगा में विसर्जित किया। वहीं सपाइयों ने CBI को घेरते हुए उखाड़ पाई न CBI बधाई हो बधाई जैसे नारे भी लगाए। इसके साथ ही सपा विधायक ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार में सिर्फ विपक्षीयों को परेशान किया जाता हैं। भ्रष्टाचारीयों पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जाती हैं। जो जितना बड़ा भ्रष्टाचारी उसे उतना बड़ा पद इस सरकार की नीति बन गई हैं।
बिलों के भुगतान के लिए पैसे लेने का आरोप
आपको बता दें कि विनय पाठक पर आगरा यूनिवर्सिटी के कुलपति रहते समय ने जमकर भ्रष्टाचार करने का आरोप हैं। पाठक पर सबसे बड़ा आरोप हैं कि वह जब आगरा विश्वविद्यालय में कुलपति थे। उस वक्त परीक्षा कराने वाली एक निजी कंपनी के बिलों के भुगतान के लिए पैसे लिए थे। मामला संज्ञान में आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने विनय पाठक के खिलाफ CBI जांच करा रही हैं। जैसे ही STF की जांच शुरू हुई विनय पाठक गायब हो गए जिसके बाद से कुलपति का पद खाली चल रहा था।
विश्वविद्यालय के बाहर किया था प्रदर्शन
कुछ दिन पहले कानपुर के आर्य नगर से सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कुलपति विनय पाठक के खिलाफ यूनिवर्सिटी के गेट के बाहर खड़ाऊ लेकर प्रदर्शन किया था। जिसके बाद आज प्रो. विनय पाठक के चार्ज वापस लेने पर खड़ाऊ को सरसैया घाट मे विसर्जन कर अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। जहां पर सैकड़ों सपाइयों ने जमकर जिंदाबाद के भी नारे लगाए। विधायक ने भाजपा सरकार के साथ-साथ पुलिस प्रशासन व सीबीआई पर भी तंज कसा और कहा कि जब जांच CBI को ट्रांसफर किया गया तो हमे समझ आ गया था कि इस प्रकरण में कमल का खेल हो गया हैं। इसलिए हम लोगों ने खड़ाऊ रख दिया था ताकि खड़ाऊ के भरोसे विश्वविद्यालय चल जाएगा। चूकीं अब कुलपति वापस आ गए है तो खड़ाऊ का कोई काम नहीं बचा इसलिए हमने आज ये विसर्जन कार्यक्रम रखा था।