सपा विधायक जाहिद बेग ने किया सरेंडर, नाबालिग नौकरानी सुसाइड मामले में पुलिस ने दर्ज किया था
punjabkesari.in Thursday, Sep 19, 2024 - 01:54 PM (IST)
भदोही, (राकेश): नाबालिग नौकरानी के सुसाइड मामले में सपा विधायक जाहिद बेग ने सीजेएम न्यायालय में समर्पण कर दिया है। सरेंडर करने जा रहे विधायक को न्यायालय से बाहर पुलिस ने रोकने की कोशिश की इस दौरान वकीलों और पुलिस के बीच कहा सुनी भी हुई। विधायक के अधिवक्ता मजहर शकील ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि जाहिद बेग को न्यायालय ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। वहीं लड़की को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में विधायक के बेटे को एक दिन पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
आप को बता दें कि घरेलू नौकरानी के शव को पुलिस ने हाल ही में उनके घर से बरामद किया गया था। पुलिस के अनुसार, श्रम विभाग ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष पीसी उपाध्याय की सिफारिश पर शुक्रवार देर रात विधायक जाहिद बेग और उनकी पत्नी सीमा बेग के खिलाफ मामला दर्ज किया। यह कार्रवाई सोमवार को विधायक के आवास पर एक अन्य किशोरी की आत्महत्या और उसके बाद मंगलवार को भदोही पुलिस और श्रम प्रवर्तन विभाग के कर्मियों द्वारा की गई छापेमारी के दौरान 17 वर्षीय लड़की को बचाए जाने के बाद की गई है।
सपा विधायक जाहिद बेग और पत्नी के खिलाफ केस दर्ज
भदोही की पुलिस अधीक्षक मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि श्रम विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा शहर के मलिकाना मोहल्ला स्थित बेग के आवास से मुक्त कराई गई किशोरी से पूछताछ और श्रम प्रवर्तन अधिकारी जय प्रकाश सिंह की तहरीर पर सपा विधायक जाहिद बेग और उनकी पत्नी सीमा बेग के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को शहर पुलिस थाने में बीएनएस, किशोर न्याय अधिनियम और बंधुआ मजदूरी प्रणाली (उन्मूलन) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
विधायक के घर में नाबालिग कर रही थी काम
दर्ज मामले का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि 17 वर्षीय नाबालिग पिछले आठ-नौ वर्षों से विधायक के घर पर घरेलू सहायिका के रूप में काम कर रही थी, जबकि मंगलवार को बचाई गई किशोरी पिछले दो वर्षों से वहां काम कर रही थी। श्रम प्रवर्तन अधिकारी के अनुसार, सपा विधायक और उनकी पत्नी 14 वर्ष से कम आयु की किशोरियों से काम करा रहे थे, जो कानून का स्पष्ट उल्लंघन है।
उन्होंने बताया कि बचाई गई किशोरी को प्रयागराज के राजकीय बाल गृह (बालिका) भेज दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार उत्तर प्रदेश श्रम विभाग ने दंपति को नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर जवाब देने को कहा है। श्रम प्रवर्तन अधिकारी जे पी सिंह ने पहले कहा था, ‘‘श्रम विभाग ने बेग और उसकी पत्नी को नोटिस भेजा है, जिसमें उन पर 17 वर्षीय किशोरी को बंधक बनाने और उसे बिना वेतन के काम करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया गया है।