बुलंदशहर हिंसा पर बोले ADG आनंद- SIT निष्पक्ष तरीके से करेगी जांच, पुलिस किसी को नहीं चाहती फंसाना

punjabkesari.in Tuesday, Dec 04, 2018 - 04:08 PM (IST)

बुलंदशहरः उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में सोमवार को गोकशी की खबर फैलने के बाद हुई फायरिंग, पथराव तथा आगजनी की घटना के बाद अब स्थिति शांतिपूर्ण है। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) आनंद कुमार ने बताया कि बुलंदशहर के स्याना क्षेत्र के चिंगरावटी पुलिस चौकी की घटना के सिलसिले में 27 नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले की एसआईटी की टीम जांच कर रही है। एसआईटी निष्पक्ष तरीके से जांच करेगी। पुलिस किसी को भी फंसाना नहीं चाहती है। इस घटना में अभी तक 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। बुलंदशहर में हालात सामान्य है और धारा 144 लागू है।

उन्होंने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए 6 टीमें गठित की गई और अभी तक 25 से ज्यादा स्थानों पर दबिश दी गई है।  इस मामले की एसआईटी जांच कर रही है और वह घटना की तह तक जाएगी। पुलिस किसी भी निर्दोष को जेल नहीं भेजेगी। उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में घटना में किसी भी संगठन का नाम प्रकाश में नहीं आया है। उन्होंने बताया की भीड़ ने किस कारण उग्ररुप धारण कर पथराव, फायरिंग और आगजनी की इन सभी बिन्दुओं की जांच की जा रही है।  

कुमार ने बताया कि घटना की वीडियों के आधार पर योगेश राज को नामजद किया गया है। वह गोकशी मामले में शिक़ायतकर्ता भी है। उन्होंने बताया कि सोमवार को हुई हिंसा में पुलिस निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह और एक युवक सुमित की भी मृत्यु हो गई थी। भीड़ ने सुबोध के सिर पत्थर मारा जिससे वह वहीं गिर गए थे। बाद में भीड़ ने गोली भी चलाई। दर्ज रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने हवाई फायर किया। सुमित की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई और गोली लगने से उसकी मृत्यु हुई है। गोली उसके शरीर से निकाली गई है। जांच के बाद गोली के बोर का पता लगेगा। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सुमित को गोली कैसे लगी। वह प्रदर्शनकारी था या दर्शक था। उन्होंने बताया कि हिंसा में मारे गए पुलिस निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह को अधिकारियों ने गार्ड ऑफ आनर दिया है।


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Ruby

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