अयोध्या की घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एक लाख रुपए का मिलेगा पुरस्कार: पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार

punjabkesari.in Friday, Sep 22, 2023 - 03:05 PM (IST)

अयोध्या: उत्तर प्रदेश पुलिस ने अयोध्या में एक ट्रेन में महिला आरक्षी (कांस्टेबल) पर हमले के मामले में मुख्य आरोपी को एक मुठभेड़ में मार गिराया जबकि दो अन्य आरोपी घायल हो गए। विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, ‘‘सरयू एक्सप्रेस में महिला आरक्षी पर हमले की घटना का मुख्य आरोपी अनीश खान आज अयोध्या के पूरा कलंदर में पुलिस के साथ मुठभेड़ में घायल हो गया और उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां बाद में उसने दम तोड़ दिया।'' वह हैदरगंज थाना क्षेत्र के दसलावन का रहने वाला था। कुमार ने कहा, ‘‘उसके दो अन्य साथी आजाद और विशंभर दयाल दुबे भी घायल हो गए तथा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस टीम को मिलेगा एक लाख का इनाम 
स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि अयोध्या की घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एक लाख रुपए पुरस्कार मिलेगा। उन्होंने बताया कि थाना पूराकलंदर के छतरिवा पारा कैल मार्ग पर मुठभेड़ में सरयू एक्सप्रेस में महिला मुख्य आरक्षी पर हमले के मामले में पुलिस ने एक अपराधी अनीस को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया। एसटीएफ और अयोध्या पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान एनकाउंटर में अपराधी नसीम ढेर हुआ है। उसके दो अन्य साथी भी घायल हुए हैं।

हमले की घटना में शामिल होने की बात आरोपियों की स्वीकार
उन्होंने बताया कि आजाद दसलावन का ही रहने वाला है जबकि दुबे सुलतानपुर जिले के कूरेभार का रहने वाला है। पुलिस ने बताया कि इस मुठभेड़ में पूरा कलंदर के थानाध्यक्ष रतन शर्मा भी घायल हो गए, जिनका इलाज जिला चिकित्सालय में चल रहा है। गिरफ्तार किए गए दोनों अभियुक्तों ने अनीश खान के साथ मिलकर महिला आरक्षी पर हमले की घटना में शामिल होने की बात स्वीकार की है।


रयू एक्सप्रेस के अंदर "खून से लथपथ" मिली थी महिला सिपाही 
महिला आरक्षी को 30 अगस्त को सरयू एक्सप्रेस के एक डिब्बे के अंदर "खून से लथपथ" पाया गया था और उसके चेहरे पर चोटों के कई निशान थे। बाद में उसे लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी हालत स्थिर बताई गई है। घटना के संबंध में उसी दिन राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी), अयोध्या में मामला दर्ज किया गया था। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश प्रीतिंकर दिवाकर द्वारा घटना का स्वत: संज्ञान लेने के बाद मामले में आरोपियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने का जिम्मा स्थानीय पुलिस और जीआरपी के साथ विशेष कार्य बल (एसटीएफ) को सौंपा गया था। 


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Content Writer

Ramkesh

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