Cyber Crime: लखनऊ में डिजिटल अरेस्ट की दो घटनाओं से हड़कंप, दो NRI बहनों समेत रिटायर्ड बैंक मैनेजर से ठगी, जालसाजों ने ऐठे कुल तीन करोड़

punjabkesari.in Friday, Dec 06, 2024 - 06:43 PM (IST)

लखनऊ : ऑनलाइन फ्रॉड के तमाम मामले इन दिनों सामने आ रहे हैं। ठग तरह-तरह के हथकंडे अपना कर लोगों को डरा धमका कर अनसे पैसे एंठते हैं। इसी क्रम में ऑनलाइन गिरफ्तारी कर धोखाधड़ी का एक और मामला सामने आया है। यूपी की राजधानी लखनऊ में दो एनआरआई बहनों को डिजिटल अरेस्ट कर 1करोड़ 90 लाख रुपए का फ्रॉड किया गया है। दोनों बहनों को ठगों ने मनी लांड्रिंग के केस में नाम आने को लेकर डराया और फिर उनसे ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन करवा लिया। 

एफडी तुड़वाकर ट्रांसफर किए दो करोड़ 
बता दें कि जालसाजों ने पहले दोनों बहनों को डिजिटली अरेस्ट किया। फिर जेट एयरलाइंस के मालिक नरेश गोयल मनी लांड्रिंग केस में नाम आने धमकी दी। ठगों ने दोनों बहनों को डराने के लिए यहां तक कह दिया कि उनके अकाउंट से आतंकियों को पैसे ट्रांस्फर किए गए हैं। जिसके चलते उन्हें उम्र कैद की सजा हो सकती है। इस बात से डरकर दोनों बहनों ने अपनी एफडी तुड़वाकर ठगों को पैसे ट्रांसफर किए। 

कनाडा की रहने वाली हैं दोनों बहनें 
लखनऊ के इंदिरा नगर निवासी सुमन कक्कड़(70) और उनकी छोटी बहन विनय थपलियाल (65) कनाडा की नागरिक हैं। इन दिनों दोनों बहनें भारत घूमने आई हुई हैं। ठगों ने 25 नवंबर को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर सुमन के मोबाइल पर वीडियो कॉल किया। इसी बीच विनय भी वीडियो कॉल पर जुड़ गई। इस दौरान ठगों ने इनसे पैसे लूटने के लिए अलग-अलग तरह से डराया और फिर दो करोड़ रूपये ट्रांस्फर करा लिए। बता दें कि जालसाजों ने दोनों को दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा। 

साइबर क्राइम पुलिस ने फ्रीज करवाए 25 लाख रुपए
जैसे ही दोनों बहनों को ठगी का पता चला तो उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी। मामले की जांच में जुटी साइबर पुलिस ने FIR दर्ज कर 25 लाख रुपए फ्रीज कराए। इस दौरान जांच में जुटी साइबर क्राइम पुलिस को चार राज्यों के कई बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर होने की जानकारी मिली है। पुलिस ने सभी खातों को फ्रीज करवा दिया है। साइबर क्राइम की पुलिस ठगों की गिरफ्तारी में जुट गई है। 

रिटायर्ड बैंक मैनेजर से भी एक करोड़ की ठगी
इसके अलावा जालसाजों ने फर्जी सीबीआई अफसर बनकर एक रिटायर्ड बैंक मैनेजर से भी एक करोड़ की ठगी की। 26 नवंबर को ऐशबाग निवासी प्रभात कुमार को जालसाजों ने वीडियो कॉल कर मनी लांड्रिंग के मामले में उनके आधार कार्ड का इस्तेमाल होने का डर दिखाया। बैंक खातों की गोपनीय जांच के नाम पर जालसाजों ने प्रभात को डिजिटल अरेस्ट किया। इस मामले में लखनऊ साइबर क्राइम पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। साथ ही जांच में भी जुट गई है। 


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Content Editor

Pooja Gill

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