कानपुर में हैवानियत के 10 दिन बाद भी सदमे में है छात्र, पिता ने कहा- कमरे से बाहर नहीं निकलता है...
punjabkesari.in Thursday, May 09, 2024 - 02:53 PM (IST)
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक नाबालिग जूनियर छात्र को सीनियर छात्रों ने जानवरों की तरह पीटा-नंगा किया और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। छात्र के साथ इतनी हैवानियत की गई कि वो घटना के इतने दिनों बाद भी सदमे से उबर नहीं पाया है। वो अब तक डिप्रेशन में है और कमरे से बाहर नहीं निकलता है। छात्र के पिता ने तो यहां तक कह दिया कि वो अब अपने बेटे को कानपुर में कोचिंग के लिए नहीं भेजेंगे। उन्होंने बताया कि हमारा लड़का बुरी तरह डरा हुआ है। ये लोग इतने दबंग हैं, उसको खतरा है। परिजनों का यह भी कहना है कि जब मेरा बेटा 12वीं में पास हो गया तो यह लोग ही उसे कोचिंग के लिए बुलाकर ले गए थे।
क्या है मामला?
मामला कानपुर शहर की एक कोचिंग क्लास का मामला है, जहां पीड़ित किशोरी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग क्लास में शामिल होने के लिए इटावा से कानपुर आया था, लेकिन वह उन सीनियर छात्रों के संपर्क में आ गया जो ऑनलाइन सट्टेबाजी गेम खिलाते थे। जिन्होंने उसे सट्टे के लिए 20 हजार रुपए उधार दिए, लेकिन वो पैसों को हार गया। इसके बाद आरोपियों ने उससे 2 लाख रुपये देने का दबाव डाला। जब पीड़ित छात्र पैसा नहीं लौटा सका तो उसके साथ यह क्रूरता की गई। बताया जाता है कि यह मामला पुराना है, लेकिन इसका वीडियो 4 मई को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
नंगा करके अश्लीलता भी की गई- पीड़ित छात्र
छात्र ने बताया कि तनय चौरसिया नाम का दबंग मुझे पकड़कर अपने हॉस्टल ले गया था, जहां पहले से ही 10-12 लोग थे, जिन्होंने बारी-बारी मुझे पीटा और जलाने की कोशिश की। उसके बाद नंगा करके अश्लीलता भी की और मेरे साथ कुकर्म किया। जब उससे पूछा गया कि क्या इस दौरान उनके पास कोई हथियार भी था तो उसने कहा कि तनय के पास पुलिस वाले की पिस्टल थी और पट्टा था, जिससे मुझे पीटा गया था। जब उससे पूछा गया कि क्या इस दौरान कोई पुलिस वाला भी उनसे मिलने आया था तो छात्र ने इससे इनकार कर दिया। हालांकि डीसीपी सेंट्रल ने इन आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि आरोपियों के पास से कोई पिस्टल नहीं मिली है और न ही पुलिस का उनके साथ कोई संबंध सामने आया है।
मामले में 6 आरोपी गिरफ्तार
हालांकि इस मामले में कानपुर पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि यह घटना 20 से 30 अप्रैल के बीच की है। जब इन लोगों ने 31 वीडियो बनाए और घर वालों से पैसे मांगते हुए धमकी देते रहे, लेकिन उस समय तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबतक सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल नहीं हो गए। उसके बाद इटावा पुलिस हरकत में आई तो कानपुर पुलिस ने एक्शन लिया। अब मामले की जांच करते हुए एक्शन लिया गया और 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की पहचान तनय चौरसिया, अभिषेक कुमार वर्मा, योगेश विश्वकर्मा, संजीव कुमार यादव, हरगोविंद तिवारी और शिवा त्रिपाठी के रूप में हुई है।
क्या कहती है पुलिस?
पुलिस उपायुक्त आरएस गौतम ने कहा कि आरोपियों पर पोक्सो एक्ट के तहत आरोप लगाए गए हैं। यह सभी आरोपी एक गैंग बनाकर फ्लैट में रहते हैं, जहां ये भोले-भाले छात्रों को फंसाते हैं और उन्हें इस तरह अपने जाल में फंसाकर और धमकाते हुए ब्लैकमेल करते हैं।