छानबीन में STF ने किया चौंकाने वाला खुलासा: आतंकी लजर ने फर्जी पासपोर्ट बनाने के लिए 15 लाख में किया था सौदा

punjabkesari.in Saturday, Mar 08, 2025 - 02:25 PM (IST)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले से गिरफ्तार खालिस्तान समर्थक आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के सदस्य लजर मसीह ने दिल्ली के एक गिरोह से अपना पासपोर्ट बनवाने के लिए 15 लाख रुपए में सौदा किया था। इस सौदे के तहत, उसने 2.5 लाख रुपए की राशि पहले ही चुका दी थी।

STF की छानबीन में लजर के पासपोर्ट घोटाले का चौंकाने वाला खुलासा
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, स्पेशल टास्क फोर्स की जांच में यह भी सामने आया है कि लजर ने गुरदासपुर (पंजाब) के एक चिकित्सा अधिकारी से मिलकर एक फर्जी पते का प्रमाण पत्र बनवाया था। इसके बाद, उसने अपने आधार कार्ड में पता बदलवाया और अपना नया पता "बी-55, चंदननगर, गाजियाबाद" दर्ज करवा लिया था। 16 दिसंबर, 2024 को उसने इसी फर्जी पते पर आधार कार्ड के जरिये नया सिम कार्ड भी लिया था। इसके बाद, उसने गाजियाबाद में पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन किया था। जनवरी में उसे पासपोर्ट कार्यालय से अप्वाइंटमेंट भी मिल गई थी, लेकिन वह उस दिन पंजाब से गाजियाबाद नहीं पहुंच सका था।

आतंकी लजर का पासपोर्ट बनाने के लिए 15 लाख में सौदा
बताया जा रहा है कि इस मामले में आतंकवाद निरोधक दस्ता भी जांच में सक्रिय हो गया है, क्योंकि खालिस्तान समर्थक आतंकवादियों के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी 'ISI' से संपर्क की जांच की जा रही है। जांच एजेंसियों को संदेह है कि लजर पाकिस्तान भी गया था और अब उसकी यात्रा और कनेक्शन पर ध्यान दिया जा रहा है। एसटीएफ की पूछताछ में यह भी पता चला है कि लजर को सर्विलांस और साइबर क्राइम की अच्छी जानकारी है, जिससे यह संदेह है कि उसे पाकिस्तान में इस विषय पर प्रशिक्षण दिया गया हो। लजर के मोबाइल फोन से उसके साथियों और अन्य जानकारी मिलने की संभावना है, और उसकी स्थानीय मददगारों के बारे में भी जांच चल रही है।

खालिस्तान समर्थक लजर का आतंकी कनेक्शन
जांच में यह भी सामने आया है कि लजर को आइएसआइ के एजेंटों से मदद मिल सकती है। एसटीएफ अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि लजर लखनऊ, कानपुर, कौशांबी और अन्य शहरों में किस-किस से संपर्क में था। इसके अलावा, यह भी सामने आया कि लजर का छोटा भाई ड्रग्स तस्करी में शामिल था और फिलहाल पंजाब की एक जेल में बंद है। लजर को अब पुलिस रिमांड पर लेकर कई नए सवालों पर पूछताछ की जाएगी। लजर बीकेआइ के जर्मन बेस्ड माड्यूल के प्रमुख स्वर्ण सिंह उर्फ जीवन फौजी का करीबी सहयोगी है। लजर महाकुंभ के दौरान एक आतंकी हमले की योजना बना रहा था, और बाद में वह पुर्तगाल भागने की कोशिश कर रहा था।


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Content Editor

Anil Kapoor

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