होमगार्ड की शौक के लिए बढ़ाई गई मूछें अब बन गई उनकी शान, तावदार मूंछों के लिए हर महीने मिलते हैं 1060 रुपए
punjabkesari.in Tuesday, Feb 07, 2023 - 12:45 PM (IST)

बाराबंकीः उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बाराबंकी (barabanki) से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां पर तैनात एक होमगार्ड (Home Guard) ने पहले शौक से अपनी मूछें बढ़ा ली। लेकिन आज उनका मूछों को बढ़ाने का शौक उनकी शान बन गया है। वो अपनी मूछों को बड़े शौक से सेट करते है। उनकी इन मूछों को लोग बहुत पसंद करते हैं। लोग उनकी मूछों को देखकर कहते है कि मूंछे हो तो होमगार्ड जैसी। उन्हें अपनी मूंछो से बेहद प्यार है। कमाल की बात तो यह है कि इन होमगार्ड की मूछों के मुरीद तो प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) भी है और उनकी तरफ से हर महीने इन्हें मूछ भत्ता (Mustache Allowance) भी दिया जाता है।
बता दें कि जिले में तैनात होमगार्ड प्रेम सिंह ने अपनी मूछों को बड़े शौक बढ़ाया है। वो अपनी मूछों की देखभाल बड़े प्यार से करते है। पिछले करीब 42 सालों से वो अपनी मूछों को ताव देते आ रहे हैं। विभाग भी प्रेम सिंह को अपनी मूछों को घुमावदार और कड़क रखने के लिए हर महीने भत्ता देता है। साल 2019 से प्रेम सिंह अपनी तावदार मूछों की देखभाल के लिए सरकार से 1060 रुपये भत्ता पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में उनके पिता और दादा को भी ऐसी मूछे रखने का शौक था। उनके घर में पहले उनके बाबा की ऐसी मूछें थी और फिर पिता जी की और अब उन्होंने ऐसी मूछे रखी है।
इंस्ट्रक्टर की मूछों से प्रभावित होकर रखी थी मूछें
होमगार्ड प्रेम सिंह से जब पूछा गया कि उन्हें ऐसी मूछे रखने का शौक कहां से पड़ा था। तो उन्होंने बताया कि जब वो आरपीएसएफ में ट्रेनिंग कर रहे थे, तो वहां पर इंस्ट्रक्टर की ऐसी मूछें थी। वो इंस्ट्रक्टर की मूछों से इतना प्रभावित हुए कि साल 1982 में इन्होंने खुद ऐसी मूछे रख लीं। उसके बाद उनका यह शौक बन गया।
CM योगी ने उन्हें दिया था पहला स्थान
प्रेम सिंह लखनऊ यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स से बीए पास हैं उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साल 2019 में उन्हें पूरे सूबे से चयनित 186 होमगार्डों के कंपटीशन में उन्हें पहला स्थान दिया था। उसके बाद से ही सबसे ज्यादा भत्ता उन्हें मिलता है। प्रेम सिंह के मुताबिक, वह अपनी मूछों की देखभाल के लिए एक बार में 70 रुपये नाई को देते हैं। महीने में दो बार आधे घंटे से ज्यादा समय की मेहनत के बाद नाई उनकी मूछों को सजा-धजा कर तैयार करता है।
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