मामी की बहन से प्यार करने लगा भांजा, साली संग प्रेम कहानी पर भड़के मामा को दी ऐसी खौफनाक सजा, पहले पिलाई शराब, फिर.....
punjabkesari.in Sunday, Apr 13, 2025 - 02:05 PM (IST)

कौशांबी : उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले से मामी और भांजे की सनसनीखेज लव स्टोरी ने सभी के होश उड़ा दिए हैं। यहां मामी के प्यार में पागल भांजे ने अपने मामा की बेरहमी से हत्या कर दी। इस जघन्य हत्याकांड में आरोपी के चचेरे भाई और एक दोस्त ने भी साथ दिया है। पुलिस ने इस मामले का खुलासा कर तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
पेड़ के नीचे खून से लथपथ मिला शव, पुलिस ने वाहन नंबर से की पहचान
मिली जानकारी के मुताबिक, यह मामला संदीपन घाट थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर बजहा गांव का है। शुक्रवार सुबह एक पेड़ के नीचे खून से लथपथ शव ग्रामीणों को मिला था। जिससे पूरे गांव में हड़कंप मच गया। मौके पर मौजूद लोगों ने शव की सूचना पुलिस को दी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस आनन-फानन में मौके पर पहुंची। जिसके बाद मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई। पुलिस ने शव के पास से बरामद पिकअप वाहन के नंबर के आधार पर सबसे पहले मृतक की पहचान की। मृतक की पहचान महेन्द्र प्रजापति उर्फ छोटू उम्र 28 साल के रूप में हुई है।
परिजनों से पूछताछ के बाद आरोपियों की ओर घूमी शक की सुई
पुलिस ने सर्विलांस की मदद से मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल खंगाली। जिससे तीन संदिग्धों की पहचान हुई। परिजनों से पूछताछ के बाद शक की सुई आकाश, रोहित और छोटू उर्फ विजय भारतीय नाम के युवकों की ओर घूमी। पुलिस ने जब इतकी तलाश शुरू की तो इन तीनों को पुलिस ने मनौरी पुलिया के पास से धर दबोचा। उनके पास से मृतक का मोबाइल फोन, खून से सने कपड़े और वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक बरामद की गई है।
मामा ने पंचायत में फटकारा और अपमानित किया
पुलिस पूछताछ में आरोपी आकाश ने चौंकाने वाले खुलासे किए। उसने बताया कि महेन्द्र प्रजापति उर्फ छोटू रिश्ते में उसका मामा था। आकाश ने कहा कि वह मामी की बहन से प्रेम करता था। वह पहले भी उसे लेकर दो बार घर से भाग चुका था। जिससे परिवार में काफी तनाव हो गया था। इसके बाद रिश्तेदारों ने पंचायत कराई और मामले को सुलझाने की कोशिश की। इस दौरान मामा ने आकाश को जमकर फटकारा और अपमानित किया था। जिससे आहत होकर आकाश ने बदला लेने की ठान ली थी।
तीनों ने ऐसे रची हत्या की साजिश
आकाश ने अपने चचेरे भाई रोहित और दोस्त छोटू उर्फ विजय के साथ मिलकर गुरुवार रात मामा की हत्या की साजिश रची। तीनों ने महेन्द्र को सुनसान जगह बुलाया और वहां उसके सिर पर वार कर बेरहमी से हत्या कर दी। इसके बाद हत्या को दुर्घटना दिखाने के लिए तीनों ने मिलकर शव को सड़क किनारे फेंक दिया।