सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों की खैर नहीं, यूपी सरकार ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के दिए निर्देश
punjabkesari.in Monday, Jul 10, 2023 - 01:47 PM (IST)

लखनऊ: सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले बद्दिमाग सुरक्षा तंत्र के लिए लगातार चुनौती बने हुए हैं। कहीं पुलिस से उलझने की कोशिश तो कहीं किसी अन्य सरकारी कर्मी से समय-समय पर ऐसे मामले सामने आते रहते हैं। राज्य सरकार ने इस तरह के मामलों पर कड़ा रुख अपनाते हुए दोषियों 'के खिलार कठोरतम कार्रवाई करने को कहा है।
सोनभद्र में एक दलित युवक की पिटाई के बाद चप्पल पर थूककर चटवाया
मध्य प्रदेश के सीधी में एक आदिवासी युवक पर भाजपा नेता प्रवेश शुक्ल द्वारा पेशाब किए जाने की चर्चाएं अभी शांत नहीं हुई थीं कि उप्र. के सोनभद्र में एक दलित युवक राजेन्द्र कुमार की पिटाई और चप्पल पर थूक कर चटवाने का मामला सामने आ गया। राज्य सरकार ने इस संदर्भ में सख्त रवैया अपनाते हुए ऐसे मामलों पर तात्कालिक रोक लगाने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने के आदेश दिए हैं। इस बार यह अमानवीय कृत्य सोनभद्र' जिले में हुई जहां बिजली विभाग के एक संविदा कर्मी तेजबली सिंह पटेल ने किया।
आरोपी बिजलीकर्मी को गिरफ्तार
घटना की जानकारी होने पर डीजीपी विजय कुमार ने डीआईजी रेंज को मौके पर जाने के आदेश दिए हैं। सोनभद्र पुलिस ने आरोपी बिजलीकर्मी को गिरफ्तार कर लिया है। बिजली विभाग के अफसरों को जब मामले की जानकारी हुई तो उन्होंने इस संविदा कर्मी को बर्खास्त किए जाने के आदेश जारी कर दिए। गृह व पुलिस महकमे के आला अफसरों ने मातहत अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस तरह की किसी भी घटना पर प्रभावी अंकुश लगाया जाए और अगर कोई वारदात होती है तो आरोपी के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए।
मामूली बात पर तीन घंटे तक पीटा
पिछले दिनों बिजली विभाग के अभियान के दौरान टीम ने शाहगंज थानाक्षेत्र के एक गांव में बकाया के कारण कई लोगों की बिजली काट दी थी। कुछ लोगों ने क्षेत्र के एक युवक से अपने कनेक्शन जुड़वा लिए थे। इसकी जानकारी जब इलाके में तैनात संविदा लाइनमैन को हुई तो वह आगबबूला होकर गांव पहुंचा और युवक को पकड़ लिया। पीड़ित ने पुलिस को बताया है कि लाइनमैन ने आते ही उसे पकड़ लिया और पिटाई करने लगा। लाइनमैन शाम 4 बजे से 7 बजे तक उसे मारता और गाली देता रहा। अन्धेरा होने पर उसने उससे उठक-बैठक करवाई और अपनी चप्पल पर थूक कर उससे चटवाया। यह मामला दो दिन बाद तब प्रकाश में आया जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस ने सत्यता की जांच कराई जिसमें घटना सच पाई गई।