यूपी निकाय चुनावः उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे भाजपा के मुस्लिम उम्मीदवार
punjabkesari.in Sunday, May 14, 2023 - 12:19 PM (IST)

लखनऊ: भाजपा ने नगर निकाय चुनाव में 395 मुस्लिम उम्मीदवारों को उतारने का जो दांव चला था उसपर मुस्लिम प्रत्याशी खरे नहीं उतरे। भाजपा का यह कदम कुछ ज्यादा उम्मीदें लेकर नहीं आया। अभी तक जो परिणाम सामने आए हैं, उससे पता चलता है कि नगर पालिका अध्यक्ष के पद पर तो एक भी उम्मीदवार नहीं जीता। हां कुछ नगर पंचायत के अध्यक्ष पदों पर भाजपा मुस्लिम प्रत्याशियों और कुछेक वार्डों के पार्षदों और सभासद जीते हैं।
इन सीटों पर जीत हासिल कर बचाई भाजपा की लाज
नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के भाजपा मुस्लिम प्रत्याशियों में बरेली की धौराटांडा से भाजपा प्रत्याशी नदीम उल हसन चुनाव जीते हैं। मुरादाबाद की भोजपुर धर्मपुर से फरखण्डा जबीं चुनाव जीतीं। संभल की सिरसी से कौसर अब्बास, सहारनपुर की सुल्तानपुर चिलकाना से फूलबानों और गोपामऊ नगर पंचायत अध्यक्ष पद के प्रत्याशी वली मोहम्मद चुनाव जीते हैं। इसी नगर पंचायत सदस्यों में एटा की सकीट नगर पंचायत के काजी पश्चिम वार्ड से महरून निशां चुनाव जीती हैं। लखनऊ नगर निगम में पार्षद प्रत्याशी के रूप में हुसैनाबाद और कल्बे आबिद वार्ड से दो मुस्लिम प्रत्याशियों को उत्तारा गया था। इसमें हुसेनाबाद वार्ड से लुबना अली खान जीत गईं। हालांकि, गोरखपुर नगर निगम से भाजपा की पार्षद कैंडिडेट हकीकुन निशा चुनाव जीत गई हैं। वहीं, अमेठी नगर पालिका के वार्ड पार्षद के लिए भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली जैबा खातून को भी जीत मिली है। नगर पंचायत सिवालखास के वार्ड 5 से भाजपा प्रत्याशी शहजाद 15 वोट से जीत दर्ज की। नगर पंचायत सिवालखास के वार्ड 3 भाजपा प्रत्याशी रुखसाना 317 वोट से जीतीं। उन्हें 570 वोट मिले।
अमेठी से गोरखपुर समेत कई सीटों पर मनवाया लोहा
बीजेपी ने निकाय चुनाव में सियासी प्रयोग करते हुए विभिन्न पदों के लिए बड़ी संख्या में मुस्लिम प्रत्याशियों को उतारा था। पार्टी ने 395 मुस्लिम उम्मीदवार पर दांव लगाया था। इनमें 6 नगर पालिका परिषद और 32 नगर पंचायतों के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी थे। इसके अलावा बाकी पार्षद के कैंडिडेट रहे। कई सीटों पर प्रत्याशियों ने जीत हासिल कर अपनी उम्मीदवारी का लोहा मनवाया लेकिन अधिकतर सीट पर उन्हें हार का ही सामना करना पड़ा।