UP Politics: विधानसभा की 4 सीटों पर टिकटों को लेकर रस्साकसी तेज, लखनऊ से लेकर दिल्ली तक तार जोड़ने में जुटे दावेदार.

punjabkesari.in Monday, Mar 18, 2024 - 08:21 AM (IST)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश की 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराए जाने की घोषणा के बाद अब भाजपा और सपा में इन सीटों पर उम्मीदवारी को लेकर रस्साकसी तेज हो गई है। हालांकि अभी तक किसी एक पार्टी ने भी इन सीटों पर उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं। लेकिन टिकट को लेकर लखनऊ पूर्व सीट के लिए सबसे ज्यादा मारामारी है। इस सीट पर भाजपा नेता आशुतोष टंडन विधायक थे। बता दें कि जिन चार सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं, उनमें ये तीन सीटों लखनऊ पूर्व, ददरौल (शाहजहांपुर) व दुद्धी सुरक्षित (सोनभद्र) पर भाजपा और एक सीट गैसड़ी (बलरामपुर) पर सपा का कब्जा था।
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दोनों दलों में उम्मीदवारी को लेकर मंथन शुरू
गौरतलब है कि लखनऊ पूर्व सीट भाजपा विधायक रहे आशुतोष टंडन ‘गोपाल’, ददरौल से भाजपा विधायक रहे मानवेन्द्र सिंह और गैसड़ी सीट सपा विधायक डॉ. शिव प्रताप यादव के निधन के बाद रिक्त हुई थी। जबकि दुद्धी से भाजपा विधायक रामदुलार गोंड को दुष्कर्म के एक केस में सजा होने की वजह से उनकी सदस्यता चली गई थी। इस वजह से इन 4 सीटों को रिक्त घोषित कर दिया गया है। अब इन सीटों पर ही उपचुनाव होने हैं। लिहाजा दोनों दलों में उम्मीदवारी को लेकर मंथन शुरू हो गया है। इन सीटों पर चुनाव लड़ने के सभी संभावित दावेदार लखनऊ से लेकर दिल्ली तक तार जोड़ने में जुट गए हैं।
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लखनऊ पूर्व की सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर भाजपा में मची होड़
सबसे बड़ी बात है कि इन सीटों पर उम्मीदवारी को लेकर सबसे अधिक रस्साकसी भाजपा में दिखाई दे रही है। खास तौर से लखनऊ पूर्व की सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर होड़ मची है। सूत्रों के मुताबिक इस सीट के लिए प्रदेश संगठन की ओर से दिवंगत आशुतोष टंडन के भाई अमित टंडन और प्रदेश प्रवक्ता हीरो वाजपेई के नाम ही राष्ट्रीय संगठन को भेजे जाने की बात कही जा रही है। इसी प्रकार ददरौल सीट पर भी मानवेंद्र सिंह के बेटे अरविंद सिंह को चुनाव लड़ाने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। दुद्धी सीट से रामदुलार के परिवार से तो अब तक किसी भी दावेदार का नाम सामने नहीं आया है। अलबत्ता जिले के स्थानीय दलित पदाधिकारियों में से ही किसी को चुनाव लड़ाने की बात कही जा रही है। वहीं गैसड़ी सीट पर भी कब्जा करने के लिए भाजपा किसी दमदार उम्मीदवार की तलाश कर रही है।

एसपी यादव के बेटे को उतार कर सहानुभूति पाने की रणनीति में सपा
सूत्रों के मुताबिक गैसड़ी सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखने के लिए सपा कोई चूक नहीं करना चाहती है। डॉ. शिव प्रताप यादव के बेटे को ही चुनाव लड़ाने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। इसके पीछे की बड़ी वजह यह बताई जा रही है कि यदि सपा ने नया चेहरा उतारा तो लड़ाई कमजोर हो सकती है। ऐसे में एसपी यादव के बेटे को उतार कर सहानुभूति पाने की रणनीति है।


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Content Editor

Mamta Yadav

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