विधानसभा उपचुनाव के लिए BJP ने जारी की सूची, 4 सीटों पर घोषित किए उम्मीदवार; लखनऊ पूर्व से ओपी श्रीवास्तव को दिया टिकट

punjabkesari.in Tuesday, Apr 16, 2024 - 01:59 PM (IST)

लखनऊ (अश्वनी कुमार सिंह): आगामी लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन बाकी रह गए है। भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए सूची जारी कर रही है। भाजपा ने उम्मीदवारों की 12वीं लिस्ट जारी कर दी है। साथ ही पार्टी ने उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है। पार्टी ने लखनऊ पूर्वी विधानसभा से ओपी श्रीवास्तव को टिकट दिया है। यह सीट आशुतोष टंडन गोपाल के निधन से खाली हुई थी। वहीं, बीजेपी ने ददरौल से अरविंद सिंह, गैंसड़ी से शैलेंद्र सिंह शैलू और दुद्धी विधानसभा सीट से श्रवण गोंड को टिकट दिया है।

बता दें कि आज भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा उपचुनाव की सीटों के प्रत्याशी घोषित कर दिए है। पार्टी ने इसकी लिस्ट जारी की है। लखनऊ पूर्वी विधानसभा से ओपी श्रीवास्तव को टिकट दिया है। यह सीट आशुतोष टंडन गोपाल के निधन से खाली हुई थी। ददरौल विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए बीजेपी ने पूर्व छात्र नेता अरविंद सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। वह ददरौल से अब तक विधायक रहे स्व. मानवेंद्र सिंह के बड़े बेटे हैं। उनके निधन से यह सीट खाली हुई थी। वहीं, बलरामपुर की गैसडी से शैलेंद्र सिंह शैलू को टिकट दिया गया है। यह सीट सपा एमएलए शिव प्रताप यादव के निधन से खाली थी। दुद्धी सीट से श्रवण गोंड को प्रत्याशी बनाया गया है। यह सीट मौजूदा एमएलए की सदस्यता रद्द होने से खाली हुई थी।

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लखनऊ पूर्वी विधानसभा से ओपी श्रीवास्तव

टंडन परिवार का राजनीति से टूटा नाता
भारतीय जनता पार्टी ने आज विधानसभा उपचुनाव के चार प्रत्याशियों के साथ लोकसभा देवरिया, फिरोजाबाद के उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। ऐसे में लखनऊ पूर्वी भाजपा विधायक आशुतोष टंडन के निधन के बाद खाली हुई सीट पर ओपी श्रीवास्तव को उम्मीदवार बना कर टंडन परिवार को राजनीति से दूर कर दिया।लखनऊ में टंडन परिवार 70 के दशक से राजनीति में सक्रिय रहा है। 1991 में पहली बार मंत्री बने थे। इससे पहले 70 के दशक में भी वे एमएलसी रहे थे। लगातार किसी न किसी पद पर रहने की बात की जाए तो 1991 से यह सिलसिला शुरू हुआ। जब-जब भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश में सरकार बनी लालजी टंडन मंत्री बनते रहे।

2009 में जब वे लोकसभा में लखनऊ सीट से चुने गए उसके बाद में उनके पुत्र आशुतोष टंडन को अलग-अलग सीटों से भाजपा का टिकट मिला। 2014 में कलराज मिश्र ने देवरिया से चुनाव लड़ा तो लखनऊ पूर्व की सीट खाली हो गई थी। यहां से आशुतोष टंडन ने उपचुनाव में जीत हासिल की थी। इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव और 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की। 2017 में योगी की सरकार में आशुतोष टंडन कैबिनेट मिनिस्टर भी रहे थे। मगर उनके सेहत के हाल को देखते हुए 2022 में आई सरकार में आशुतोष टंडन को मंत्री नहीं बनाया गया था। लेकिन, वह विधायक बने रहे 9 नवंबर 2023 को उनका निधन हो गया।इसके बाद पूर्व सीट खाली थी। 


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Content Editor

Pooja Gill

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