UP: 18 जून से तीन दिवसीय राष्ट्रीय योग ओलम्पियाड का होगा आयोजन, 14 से 16 वर्ष की छात्र एवं छात्राएं कर सकते हैं प्रतिभाग

punjabkesari.in Monday, May 02, 2022 - 11:07 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने इस वर्ष राष्ट्रीय योग ओलम्पियाड को 18 से 20 जून तक राज्य के सभी जिलों, ब्लॉकों एवं विद्यालयों में आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस साल योग ओलम्पियाड की थीम ‘स्वास्थ्य एवं सछ्वाव के लिए योग' निर्धारित की गयी है।       

शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) डॉ. सरिता तिवारी ने प्रदेश के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश जारी कर कहा है कि राष्ट्रीय योग ओलम्पियाड के अन्तर्गत विद्यालय/ब्लाक, जिला व राज्य स्तर पर योग सम्बन्धी गतिविधियां आयोजित करायी जायेगी। जिसमें क्रिया, आसन, प्राणायाम, ध्यान, मुद्रा और बन्ध को शामिल किया गया है। गौरतलब है कि योग बच्चों के शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए सकारात्मक एवं स्वस्थ्य जीवन शैली को प्रोत्साहित करता है। विद्यार्थियों में मानवीय मूल्यों को विकसित करने तथा प्रकृति और ब्रह्मांड के साथ सामंजस्य स्थापित करने में योग सहायक है। डॉ. तिवारी ने बताया कि योग ओलम्पियाड में समस्त राजकीय एवं सहायता प्राप्त विद्यालयों में कक्षा-9 एवं कक्षा 10 में अध्ययनरत 14 वर्ष से 16 वर्ष की छात्र एवं छात्राएं प्रतिभाग कर सकते है।

योग ओलम्पियाड में विद्यार्थियों द्वारा विद्यालय/ब्लॉक, जिला, राज्य स्तर पर एवं राष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी या अंग्रेजी माध्यम का प्रयोग किया जायेगा। विद्यालय/ ब्लॉक स्तर पर यह योग ओलम्पियाड का प्रथम स्तर हैं, जहाँ सभी विद्यालय प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ स्थान पर चयनित चार छात्र एवं चार छात्राओं के नाम आगामी स्तर के लिये प्रेषित किये जायेंगे।        इसी प्रकार जिला स्तर पर यह योग ओलम्पियाड का द्वितीय स्तर होगा, जहाँ ब्लॉक स्तर पर चयनित ही प्रतिभाग कर सकते हैं। इसमें भी प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ स्थान पर चयनित 04 छात्र एवं 04 छात्राओं का नाम आगामी स्तर के लिए चयन के लिये प्रेषित किये जायेंगे।

उन्होंने बताया कि विद्यालय/ब्लाक स्तर पर पांच मई तक तथा जिला स्तर पर आठ मई तक योग ओलम्पियाड के अर्न्तगत योग कार्यक्रम आयोजित किया जाना है। योग कार्यक्रम में प्रतिभागी छात्र/छात्राओं के चयन के मानक निर्धारित किये गए है। जिसमें प्रतिभागियों का मूल्यांकन मानदंडों के आधार पर एक ज्यूरी द्वारा किया जायेगा। संस्थानों के शिक्षक, अभ्यासकर्ता एवं योग संस्थानों के विशेषज्ञ को ज्यूरी के सदस्य के रूप में नामित किया जायेगा। छात्र एवं छात्राओं का मूल्यांकन अलग-अलग किया जायेगा। प्र


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Content Writer

Mamta Yadav

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