इस बार सर्दियां होंगी ज्यादा लंबी और मुश्किलों भरी...बारिश ने कई जिलों में दिखाया पहला ट्रेलर, नया अलर्ट कंपकंपा देगा पूरा उत्तर भारत!

punjabkesari.in Sunday, Oct 05, 2025 - 07:34 AM (IST)

Lucknow News: अक्टूबर की शुरुआत के साथ ही उत्तर प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने 8 अक्टूबर तक प्रदेश के कई जिलों में बारिश की संभावना जताई है। पूर्वी यूपी में भारी बारिश का अलर्ट है, जबकि पश्चिमी यूपी में 6 अक्टूबर को ओलावृष्टि की चेतावनी दी गई है। बारिश के चलते मौसम में तेजी से बदलाव देखा जा रहा है। दिन का तापमान गिरने लगा है और सुबह-शाम ठंडक महसूस की जा रही है। कई जगहों पर सुबह के समय धुंध भी दिखने लगी है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अक्टूबर के अंत तक हल्की सर्दी शुरू हो जाएगी और इसके बाद ठंड का असर लगातार बढ़ता जाएगा।

पहाड़ों पर बर्फबारी, मैदानों में पड़ेगा असर
मौसम विशेषज्ञ प्रो. ध्रुव सेन ने बताया कि इस बार भी मौसम का मिजाज सामान्य नहीं है। बीते कुछ सालों की तरह इस बार की बारिश भी अनियमित और असामान्य रही है। अब ला नीना (La Nina) असर दिखाने वाला है, जिससे उत्तर भारत में ठंड सामान्य से ज्यादा कड़ाके की होने के आसार हैं। उनका कहना है कि ला नीना के कारण ठंडी हवाएं लंबे समय तक चलेंगी, दिन छोटे होंगे और धूप कम समय के लिए मिलेगी। पहाड़ों पर भारी बर्फबारी हो सकती है, जिसका असर सीधे मैदानों में महसूस होगा। इसका असर दिल्ली-एनसीआर, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद सहित पूरे उत्तर भारत में दिखेगा। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि सर्दी जल्दी शुरू होगी और ज्यादा लंबे समय तक चलेगी।

क्या होता है ला नीना?
ला नीना एक समुद्री घटनाक्रम है जो तब बनता है जब प्रशांत महासागर का पानी सामान्य से ज्यादा ठंडा हो जाता है। इससे हवाओं और मौसम के पैटर्न में बदलाव आता है, जो पूरी दुनिया के मौसम को प्रभावित करता है। अमेरिका के क्लाइमेट प्रेडिक्शन सेंटर (CPC) के अनुसार अक्टूबर से दिसंबर के बीच 71% संभावना है कि ला नीना बनेगा। दिसंबर से फरवरी तक इसके बने रहने की संभावना 54% है।भारतीय मौसम विभाग (IMD) और IISER मोहाली के वैज्ञानिकों ने भी चेताया है कि ला नीना की वजह से उत्तर भारत में ठंडी हवाएं ज्यादा देर तक चलेंगी। शीतलहर की अवधि लंबी हो सकती है। सर्दी जल्दी शुरू होकर अधिक तीव्र और लंबी हो सकती है।

क्या हो सकता है असर?
- इस बार दिसंबर से पहले ही ठंडक तेज हो सकती है।
- जनवरी-फरवरी में जबरदस्त शीतलहर चल सकती है।
- गरीब और बुजुर्ग लोगों के लिए स्वास्थ्य पर खतरा बढ़ सकता है।
- किसानों के लिए भी फसलों पर पाला पड़ने का खतरा रहेगा।

अभी की स्थिति क्या है?
- पूर्वी और पश्चिमी यूपी में लगातार बारिश जारी।
- 8 अक्टूबर तक कई जिलों में बारिश का अलर्ट।
- 6 अक्टूबर को ओलावृष्टि की आशंका।
- दिन के तापमान में गिरावट।
- सुबह-शाम की ठंड बढ़ रही है।


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Content Editor

Anil Kapoor

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