वसीम रिजवी का बड़ा बयान- कोरोना महामारी खत्म होते ही लागू हो CAA-NRC
punjabkesari.in Wednesday, May 05, 2021 - 11:30 AM (IST)
लखनऊ: शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चैयरमैन वसीम रिजवी ने एक और ऐसा बयान दे दिया है, जिससे मुस्लिम समुदाय में आक्रोश फैल सकता है। रिजवी ने मांग की है कि कोरोना महामारी खत्म होते ही देश में सीएए और एनआरसी लागू किया जाए, क्योंकि बंगाल चुनाव के नतीजों ने दिखा दिया है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों ने हिंदुत्व के खिलाफ एकजुट होकर ममता बनर्जी को वोट दिया। यह हिंदुस्तान के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं।
उन्होंने ने अपने वीडियो संदेश में यह भी मांग की है कि देश भर से छोटे मदरसे बंद होने चाहिए। उन्होंने कहा कि जिनको मदरसों में पढ़ना हो वे कक्षा 10 के बाद दाखिला लें। साथ ही उन्होंने कहा कि कुरान की 26 आयतों जो कहीं न कहीं मतभेद पैदा कर रही हैं, आतंकी तालीम दे रही हैं और जिनकी आज कोई जरुरत नहीं है उनका प्रचार प्रसार मस्जिदों से बैन किया जाना चाहिए।
वसीम रिजवी ने कहा कि बंगाल का चुनाव इसका उदाहरण है कि वक्त आ गया है कि देश में सीएए और एनआरसी लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि बंगाल में सबसे ज्यादा बांग्लादेश के मुसलमान घुसपैठ किए हुए है। हिंदुस्तान में जहां-जहां घुसपैठिए हैं, वो एक मकसद के तहत आए हैं। बंगाल के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ और हिंदुत्व के खिलाफ एकजुट होकर उन्होंने ममता बनर्जी को वोट दिया। जहां मुस्लिम निर्णायक वोट था वो सभी सीटें ममता बनर्जी ने जीती है। ये मुसलमान किसी के वोट बैंक नहीं हैं, किसी सियासी पार्टी के साथ नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि वो हिंदुत्व और बीजेपी के दुश्मन हैं। वो उसी को वोट देते हैं जो बीजेपी को हरा रही हो। ये अच्छे संकेत नहीं हैं। ये हिंदुस्तान को बर्बाद करने के संकेत हैं। हिंदुस्तान को मजबूत और देश का विकास करने के लिए सभी धर्मों को एकजुट होना पड़ेगा। जिस तरह से विभाजन हो रहा है, सियासी पार्टियां तोड़ने की कोशिश कर रही हैं, यह देश में गृह युद्ध छेड़ने की कोशिश है।