Watch: उन्नाव में सरकारी स्कूलों की दयनीय स्थिति, जर्जर स्कूलों में पढ़ने को मजबूर हो रहे नौनिहाल
punjabkesari.in Thursday, Jul 20, 2023 - 10:29 PM (IST)
Unnao News: उन्नाव जिले में सरकारी प्राथमिक विद्यालयों की स्तिथि बड़ी ही दयनीय हो रखी है...लेकिन बच्चों को पढ़ाई करना है तो उनको स्कूल जाना पड़ता है...बता दें कि जिले में 2709 परिषदीय स्कूल संचालित हैं...इसमें 1883 प्राथमिक, 451 उच्च प्राथमिक और 375 कंपोजिट स्कूल हैं...इन स्कूलों में लगभग 2.92 लाख छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं...शासन स्तर से करीब कुछ माह पहले जर्जर स्कूलों को चिह्नित कर छात्रों को वहां से हटाकर दूसरे स्कूल में बैठाने के निर्देश दिए गए थे...लेकिन विभागीय अधिकारियों की हीलाहवाली के कारण छात्रों कि जान को खतरे में डालकर पढ़ाया जा रहा है...इसके बाद तत्कालीन डीएम ने भी जर्जर स्कूलों को चिह्नित कर ध्वस्त करने के निर्देश दिए थे...
हालांकि योगी सरकार द्वारा शिक्षा के नाम पर अनेकानेक सुविधाएं दी जा रही हैं...लेकिन इसका जीता जागता उदाहरण यह पुरवा विकासखंड के ग्राम पंचायत छूलामऊ क्षेत्र के ग्राम बसनोहा का विद्यालय बयां कर रहा है...जहां जर्ज़र भवन में बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं...लगभग 10 सालों से प्राइमरी विद्यालय बिना छत, शौचालय, फर्श आदि मूलभूत सुविधाओं के बिना संचालित है...जिसका निर्माण अधूरा पड़ा है...जिसकी वजह से बच्चों को सर्दी, गर्मी और बरसात में खुले में पढ़ाई करने को मजबूर है...जिसकी वजह से अभिभावकों में बच्चों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की चिन्ता बनी रहती है...ऐसा ही दूसरा जर्जर प्राथमिक विद्यालय सुल्तानापुर ब्लॉक हसनगंज का है...इसमें लगभग 60 बच्चे पढ़ते है और भवन कि दशा काफी ख़राब है...कमरों का प्लास्टर टूट रहा है..छतो से पानी टपक रहा है और कमरे कि दिवार भी टूटी पड़ी है...जिसके चलते खुले आसमान के नीचे बैठ कर बच्चे पढ़ने को मजबूर है..
वहीं विद्यालय में खाना बनाने वाली कलावती बताया कि यहां रसोइया नहीं है...लेकिन खाना तो बनाना है...तो धूप में बनाते है... फिलहाल पुरे जनपद में उच्चप्राथमिक, प्राथमिक और कंपोजिट ग्रांट वाले विद्यालय मिलाकर कुल 2709 विद्यालय है...जिनमें 200 के आसपास जर्जर अवस्था में आंसू बहा रहे है...क्योंकि उनका कोई भी हाल लेने वाला नहीं है...