Video:  हम सावधान कर रहे है ! यदि आप भी वर्क फ्रॉम होम या ऑनलाइन पढ़ाई करते है

punjabkesari.in Saturday, Dec 24, 2022 - 08:22 PM (IST)

प्रयागराज: 2 साल जिस तरीके से कोरोना संक्रमण के चलते ऑनलाइन क्लासेस का चलन शुरू हुआ था।  हम सावधान कर रहे है ! यदि भी आप वर्क फ्रॉम होम, ऑनलाइन पढ़ाई करते है। उसका साइड इफेक्ट अब देखने को मिल रहा है। छोटे छोटे बच्चों की आंखों पर मोटा चश्मा चढ़ चुका है।  और सिर्फ बच्चे ही नहीं बल्कि, बड़े भी इस समस्या से जूझ रहे हैं।  बच्चों को पढ़ाने वाली टीचर्स का भी मानना है कि, कोरोना के बाद उनकी आंखों पर चश्मा चढ़ गया या फिर उनकी आंखों का नम्बर बढ़ गया है.। उनका कहना है कि, ऑनलाइन क्लासेस और पढ़ाने की तैयारी में लैपटॉप का यूज ज्यादा हुआ। जिस वजह से उनकी आंखें कमजोर हो गईं। हालांकि कोरोना का खतरा अब भी पूरी तरह टला नहीं, लेकिन जीवन अब पहले से काफी बेहतर स्थिति में पहुंच चुका है.।  हम आम जीवन जीना शुरु कर चुके हैं। स्कूल कॉलेज खुलने लगे हैं। कंपनीज वर्क फ्रॉम होम बंद कर के वापस ऑफिस से काम करना शुरू कर चुकी हैं। . बच्चे भी काफी खुश है क्योंकि, अब वो खेल कूद सकते हैं हम अपने दोस्तों से भी मिल सकते हैं। सब कुछ नॉर्मल हो रहा है लेकिन क्या आपने कोरोना काल के बाद बदले हुए जीवन पर ध्यान दिया। 

हम आपको बताते हैं सबसे पहले इन बच्चों को देखिये...खुश हैं मन लगाकर पढ़ रहे हैं। खेलकूद भी रहे हैं,लेकिन क्या आपने एक बात गौर की. कि, आज से 2 या 3 साल पहले तक इनकी आंखों पर किसी तरह का चश्मा नहीं था लेकिन इसकी वजह है कोरोना काल अब आप कहेंगे  कि कोरोना से चश्मे का क्या संबंध लेकिन संबंध है कोरोना काल के बाद इंसान की आंखें थकती हुई नजर आ रही है। ऑनलाइन पढ़ाई और वह वर्क फ्रॉम होम की वजह से हर उम्र के लोग आंखों की रोशनी से प्रभावित हो रहे हैं। .सबसे ज्यादा असर स्कूली बच्चों पर देखा जा रहा है क्योंकि 2 साल जिस तरीके से कोरोना संक्रमण के चलते ऑनलाइन क्लासेस का चलन शुरू हुआ था। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Ramkesh

Recommended News

Related News

static