भांजे संग रात-रात भर बात करती थी मामी; पति के साथ 3 बच्चों की मां ने किया घिनौना कांड, खुला खौफनाक राज तो परिवार के पैरों तले खिसकी जमीन
punjabkesari.in Tuesday, Sep 09, 2025 - 02:18 PM (IST)

कानपुर (प्रांजुल मिश्रा) : उत्तर प्रदेश के कानपुर के सचेंडी के लालूपुर गांव से रिश्तों को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां भांजे के प्यार में अंधी हुई महिला ने अपने ही पति की बेरहमी से हत्या कर दी। राज़ छिपाने के लिए शव को खेत में गाड़ा गया, उस पर नमक डालकर गलाने की कोशिश की गई और बाद में हड्डियों को बोरे में भरकर पनकी नहर में फेंक दिया गया।
मामी-भांजे का नापाक रिश्ता और खूनी साजिश
मृतक शिवबीर (45) की पत्नी लक्ष्मी का अवैध संबंध भांजे अमित से था। अक्टूबर 2024 में लक्ष्मी बांदा अपने मायके गईं, उसी दौरान लक्ष्मी और अमित ने इस वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई। 2 नवंबर 2024 को लक्ष्मी ने पति शिवबीर को चाय में नशे की गोली पिला दी। बेहोश होने पर अमित और लक्ष्मी ने मिलकर उसके सिर पर रॉड से तीन वार किए और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद शव को घर के पीछे खेत में गाड़ दिया गया। शव को जल्दी गलाने के लिए उस पर नमक भी डाल दिया गया।
मां का शक और 311 दिन का संघर्ष
कुछ महीनों बाद कुत्ते खेत से हड्डियां निकालकर बाहर ले आए। घबराए आरोपियों ने हड्डियों को इकट्ठा किया और बोरे में भरकर पनकी नहर में फेंक दिया, ताकि किसी को शक न हो। छह मई 2025 को मृतक की मां सावित्री देवी ने सचेंडी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने पुलिस को बताया कि बहू लक्ष्मी और नाती अमित के बीच अवैध संबंध हैं और शक है कि दोनों ने मिलकर ही हत्या की है। पुलिस ने जब कॉल डिटेल खंगाली तो सामने आया कि लक्ष्मी और अमित रात-रात भर बात करते थे। इस पर दोनों को हिरासत में लिया गया और सख्ती से पूछताछ की गई। आखिरकार दोनों ने हत्या का गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के घर से हत्या में इस्तेमाल रॉड और फावड़ा बरामद कर लिया है।
मामी-भांजे को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं
फॉरेंसिक टीम को खेत से हड्डियों के अवशेष और अन्य साक्ष्य मिले हैं। दोनों को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। लक्ष्मी का कहना है कि उसका पति उसके साथ मारपीट करता था। वहीं अमित का कहना है कि उसके लक्ष्मी से प्रेम संबंध हो गए थे और शिवबीर उनके मिलने का विरोध करता था। जिसके चलते दोनों ने कत्ल की वारदात को अंजाम दिया। वहीं हत्या के बाद लक्ष्मी परिजनों को बताती रही कि शिवबीर काम के सिलसिले में गुजरात गया है।