रामलीला मैदानों की चारदीवारी बनवाएगी योगी सरकार, विपक्ष ने की आलोचना

punjabkesari.in Wednesday, Nov 28, 2018 - 06:28 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार ने 10 जिलों के रामलीला मैदानों की चारदीवारी बनवाने और उसमें प्रवेश द्वार लगवाने का ऐलान किया है। विपक्षी दलों ने इसे आगामी लोकसभा चुनाव से पहले हिन्दू मतों के ध्रुवीकरण की कोशिश करार देते हुए इसकी आलोचना की है। संस्कृति विभाग के विशेष सचिव शिशिर ने इस सिलसिले में जारी एक आदेश में कहा कि राजस्व रिकॉर्ड, रामलीला समितियों के स्तर और स्थानीय मान्यताओं के आधार पर रामलीला मैदानों का चिह्नांकन किया जाए और उन्हें छह से 8 फुट ऊंची दीवारों से घेरा जाए। दीवारों पर रामायण से जुड़े चित्रों को उकेरकर उसे एक कलात्मक परिसर में तब्दील किया जाए।

हाल ही में जारी यह आदेश गोरखपुर, लखनऊ, बरेली, वाराणसी, चित्रकूट, अयोध्या, इलाहाबाद, फिरोजाबाद और सहारनपुर के जिलाधिकारियों को भेजा गया है। रामलीला मैदान को चारदीवारी से घेरने के आदेश के तहत सम्बन्धित जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति गठित की जाएगी, जो चारदीवारी के निर्माण के सिलसिले में आए प्रस्तावों का आकलन करेगी। चारदीवारी के अंदर पेयजल तथा बिजली उपलब्ध होगी। इसे निर्मित और विकसित करने के बाद उसे रामलीला कमेटी को सौंप दिया जाएगा। परिसर में सिर्फ सांस्कृतिक कार्यक्रम और रामलीला का आयोजन ही हो सकेगा। 

इलाहाबाद और फैजाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और अयोध्या किए जाने और अयोध्या में भगवान राम की 221 मीटर ऊंची प्रतिमा स्थापित करने के ऐलान के बाद राज्य सरकार के इस कदम को विपक्ष वर्ष 2019 से पहले खेले गए एक और हिन्दुत्व कार्ड के तौर पर देख रहा है। विपक्षी दलों ने इसकी कड़ी आलोचना की है। सपा के विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप ने कहा कि बीजेपी चुनाव में किए गए वादे पूरे करने में पूरी तरह नाकाम रही है। अब चूंकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, लिहाजा रामलीला मैदानों की चारदीवारी खड़ी करने का ऐलान सिर्फ मतदाताओं को हिन्दुत्व के एजेंडे पर ध्रुवीकृत करने के लिए है।      


 


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Ruby

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