अंतिम संस्कार के बाद जिंदा मिली लड़कियां, मामले को सुलझाने की बजाए खुद उलझी पुलिस

punjabkesari.in Monday, Sep 18, 2017 - 12:34 PM (IST)

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां पुलिस ने बिना छानबीन किए एक बेकसूर लड़के के ऊपर अपहरण और हत्या का मुकदमा दर्ज कर दिया। जबकि जिन लड़कियों की हत्या का मामला दर्ज किया है उन्हें सही सलामत हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि जिनके शव पुलिस ने बरामद किए थे वो आखिर थे किसके ?|

जानकारी के अनुसार मामला घर से 3 छात्राओं के भागने का है। इन 3 छात्राओं के भागने के मामले में एक छात्रा ने पुलिस को बताया है कि वह नशेबाज पिता की पिटाई से त्रस्त होकर घर से भागी थी। उसने बताया कि आए दिन नशे में धुत होकर पिता उसे पीटते थे। इस कारण उसने घर छोड़ने का मन बना लिया था। यह बात उसने अपनी सहेलियों को बताई तो वे भी उसके साथ चलने को राजी हो गईं। जिसके बाद तय करके बीते दिनों 11 सितंबर को 3 घर से भाग निकलीं। सबने अपने-अपने घरों में एक्सट्रा क्लास की बात बताई थी और स्कूल के समय से एक घंटे पहले घर से निकली थीं।

पायल तक बेच दी भागने के लिए 
वहीं एक छात्रा ने पुलिस को बताया कि उसे घर से 400 रुपए फीस के मिले थे, जो उसने रख लिए थे। दूसरी छात्रा ने बताया कि वह 700 रुपए लेकर घर से निकली थी। जबकि तीसरी छात्रा के पास 1000 रुपए थे। रुपए कम पड़ने पर एक छात्रा ने अपनी पायल बेच दी थी, जो एक साल पहले उसके जन्मदिन पर मां ने गिफ्ट की थी।

मोबाइल के जरिए पहुंची पुलिस 
उधर, डर से चुप्पी साधे एक छात्रा के पिता के मुंह खोलने के बाद पुलिस को सफलता हाथ लगी। बीते दिन को पिता ने बेटी के पास मोबाइल होने और फोन करने पर किसी लड़की के हैलो करने की बात पुलिस को बताई। जिसके बाद पुलिस ने उसके मोबाइल को सर्विलांस पर लिया और तीनों तक पहुंच गई।

पुलिस की लापरवाही
बड़ा सवाल ये है कि जिन लड़कियों की लाशें चंबल में नदी के किनारे मिली थीं, आखिर वो कौन थीं शिनाख्त के बाद उन लड़कियों के शवों को नदी में प्रवाहित कर दिया गया था। अब पुलिस ये कह रही है कि योगिता के पिता ने अपनी बेटी की लाश उसकी नाक में पहने हुए तिनके से पहचान की थी।


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