गोमती नदी को स्वच्छ, निर्मल और अविरल बनाने की दिशा में करें काम: योगी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 05, 2017 - 05:01 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से गोमती नदी को स्वच्छ, निर्मल और अविरल बनाने की दिशा काम करने का आहृवान किया। योगी ने कल रात यहां झूलेलाल पार्क में श्री गणेश प्राकट्य कमेटी द्वारा आयोजित श्री गणेश महोत्सव में कहा कि नदियों का भारतीय संस्कृति में विशिष्ट स्थान प्राप्त है। लोगों को संकल्प लेना चाहिए कि गोमती नदी को स्वच्छ, निर्मल और अविरल बनाने की दिशा में इस प्रकार से काम करें कि भविष्य में इसकी आरती करने के उपरान्त इसके जल से आचमन कर सकें।

उन्होंने कहा कि सनातन हिन्दू धर्म में सर्वप्रथम गणपति की पूजा की परम्परा है। गणेश जी को सभी विघ्नहर्ता के रूप में जानते हैं। वह प्रेरणा के स्रोत हैं। सभी प्रकार की पूजा में गणपति का विशिष्ट स्थान है। गणपति पूजन की शुरुआत महाराष्ट्र में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक द्वारा की गई थी और अब इसे पूरे देश में मनाया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्व और त्योहार सिर्फ आस्था के प्रतीक नहीं होते, बल्कि वे समाज में फैली संकीर्णता को दूर करने का कारक भी होते हैं। वे राष्ट्रीय चेतना को भी जागृत करते हैं। जिस राष्ट्र की चेतना जागृत होती है, उसे कोई शक्ति हिला नहीं सकती।

योगी ने कहा कि गणेश जी के प्रति सम्मान का अर्थ है प्रकृति के सभी तत्वों और गुणों के प्रति आदर व्यक्त करना। भारतीय संस्कृति में संभवत: इसीलिए उन्हें प्रथम पूज्य कहा गया है। प्रकृति के इतने निकट होने के कारण अनादिकाल से गणेश जी जन-जन के आराध्य रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश समेत देश के लगभग सभी भागों में गणेश जी की सार्वजनिक वन्दना अत्यन्त लोकप्रिय हो गई है। गोमती नदी के समीप इस आयोजन स्थल पर भगवान गणेश की आराधना श्रद्धालुओं को प्रकृति का संरक्षण करने प्रेरणा भी प्रदान करेगी। कार्यक्रम के दौरान उप मुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, गणेश प्राकटय कमेटी के पदाधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद थे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News

static