Prayagraj News: महाकुंभ में अद्भुत बाबाओं की रहस्यमयी शक्तियां, किसी के सिर से निकल रही आग तो कोई 40 साल से चाय पर जीवित
punjabkesari.in Sunday, Jan 19, 2025 - 03:21 PM (IST)
Prayagraj News: महाकुंभ के दौरान एक अद्भुत और रहस्यमयी दुनिया देखने को मिलती है, जहां साधु-संत, नागा बाबा, और किन्नर अपनी विचित्र शक्तियों और अनोखी साधनाओं से श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं। महाकुंभ का यह माहौल हर किसी के लिए एक अद्भुत अनुभव होता है, जहां भक्ति, आस्था और अचरज एक साथ मिलते हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, महाकुंभ के अखाड़े क्षेत्र में लाखों नागा बाबा और साधु अपने अजीबो-गरीब करतब दिखा रहे हैं। इन साधुओं के पास कई ऐसी शक्तियां हैं, जिन्हें देखकर हर कोई हैरान है। यहां चिमटा खनक रहा है, मोरपंख और भस्म का आशीर्वाद लिया जा रहा है, और चिलम का धुआं वातावरण में एक अजीब सी गंध फैला रहा है, जो श्रद्धालुओं को अपनी ओर खींच रहा है।
अनूठे बाबा और उनकी विचित्र साधनाएं
13 अखाड़ों में लाखों साधु अपने हठ योग, साधना और चमत्कारों से भरी दुनिया का हिस्सा बने हुए हैं। जूना अखाड़े के बाबा राधे पुरी पिछले 14 साल से एक हाथ ऊपर किए हुए बैठे हैं, जिसके कारण उनके नाखून एक फीट तक बढ़ गए हैं। वहीं, सोनभद्र के अनाज वाले बाबा सिर पर अनाज उगाए बैठे हैं, जो पर्यावरण संरक्षण और धन-धान्य की पूर्ति का संदेश देते हैं। महाकुंभ में ऐसे बाबा भी हैं, जो चाय पर 40 साल से जीवित हैं, जैसे महोबा के पयहारी बाबा। वे अन्न नहीं खाते, सिर्फ चाय का सेवन करते हैं और भक्तों को प्रसाद के रूप में चाय प्रदान करते हैं।
साधु-संतों के चमत्कारी करतब
महाकुंभ में ऐसी कई घटनाएं हो रही हैं, जो श्रद्धालुओं को चमत्कारी अनुभव देती हैं। कोई बाबा माथे से आग निकाल रहे हैं, तो कोई जटाओं से गंगा का पानी निकाल रहे हैं। कुछ बाबा शिव गणों की उपस्थिति का अहसास कराते हुए भस्म का आशीर्वाद दे रहे हैं। इसके अलावा, कई विदेशी श्रद्धालु भी इन साधुओं की साधनाओं से प्रभावित हो रहे हैं।
अखाड़ों में भक्ति और उल्लास का माहौल
महाकुंभ में भक्ति और साधना के साथ-साथ अकल्पनीय अनुभव भी मिल रहे हैं। संगम तट पर स्नान करने के बाद जब श्रद्धालु अखाड़े के क्षेत्र में पहुंचते हैं, तो वे इन साधुओं के करतब और आध्यात्मिक उन्नति को देखकर अभिभूत हो जाते हैं। ये साधु न केवल चमत्कारी कार्यों के माध्यम से भक्तों को आकर्षित करते हैं, बल्कि वे ध्यान और साधना के जरिए आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार भी करते हैं।
महाकुंभ में एकता और विविधता का अद्भुत मिलाजुला रूप
महाकुंभ में एक अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है, जिसमें विभिन्न संस्कृतियों, परंपराओं और आस्थाओं का संगम होता है। यहां आप उन सभी चमत्कारी कार्यों को देख सकते हैं, जो भारत की विविधता और एकता को प्रदर्शित करते हैं। यह एक ऐसा अवसर होता है, जब श्रद्धालु पुण्य कमाने और इन अचरजों को देखने के लिए एकजुट होते हैं। महाकुंभ एक ऐसा महापर्व है, जहां धार्मिक आस्था और आध्यात्मिकता के साथ-साथ जीवन के अनमोल अनुभव भी मिलते हैं। इस अद्भुत अनुभव को सहेजने के लिए सभी को महाकुंभ में जरूर आना चाहिए और इन अद्भुत बाबाओं और उनकी शक्तियों को नजदीक से देखना चाहिए।