साइबर ठगों का नया जाल! नकली CBI बनकर 7 दिन तक किया डिजिटल कैद, रिटायर्ड कैशियर से 28 लाख की ठगी
punjabkesari.in Sunday, Jul 27, 2025 - 07:40 AM (IST)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक चौंकाने वाला साइबर ठगी का मामला सामने आया है। रिटायर्ड बैंक कैशियर नरेंद्र मिश्रा को ठगों ने डिजिटल अरेस्ट में रखा और 7 दिनों तक मानसिक प्रताड़ना देकर 28.45 लाख रुपए की ठगी कर ली।
जानिए, क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, नरेंद्र मिश्रा वर्ष 2022 में इंडियन ओवरसीज बैंक से रिटायर हुए थे। 28 जून को दोपहर लगभग 3 बजे उन्हें एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को जम्मू-कश्मीर एटीएस का चीफ बताया और वीडियो कॉल के जरिए बातचीत की। ठग ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई फोटो और वीडियो दिखाकर अपनी पहचान भरोसेमंद बताई।
झूठे आरोपों का सहारा लेकर फंसाया
ठग ने आरोप लगाया कि नरेंद्र के मोबाइल से गुप्त दस्तावेज पाकिस्तान के नंबरों पर भेजे गए हैं और उन पर देशद्रोह का मुकदमा चल सकता है। जांच के नाम पर उन्हें डिजिटल अरेस्ट में रखा गया, जिसका मतलब था कि नरेंद्र को बाहर जाने किसी से बात करने या जानकारी साझा करने की अनुमति नहीं थी।
डरे सहमे नरेंद्र ने भेजे 28.45 लाख रुपए
बताया जा रहा है कि डर के कारण नरेंद्र मिश्रा ने खुद को निर्दोष साबित करने के लिए ठगों के कहने पर 2 बार में 28.45 लाख रुपए आरटीजीएस के जरिए ट्रांसफर कर दिए। बाद में जब उन्हें ठगी का पता चला, तो उन्होंने तुरंत लखनऊ साइबर क्राइम थाना में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस कर रही है जांच
अब पुलिस मोबाइल नंबर, बैंक खाते और कॉल रिकॉर्ड की मदद से इस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस ने कहा है कि साइबर अपराध के बढ़ते खतरे को देखते हुए लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।