पति को मरा समझ 8 महीने तक रोती रही पत्नी, फिर टैटू से हो गया खुलासा – भांजे ने ही कर दी थी बेरहमी से हत्या!

punjabkesari.in Monday, Aug 18, 2025 - 12:22 PM (IST)

Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक गैंगस्टर की हत्या के 8 महीने बाद उसकी पहचान सिर्फ हाथ पर बने एक टैटू से हो सकी। मृतक की पत्नी ने सोशल मीडिया पर शव की तस्वीर देखी और टैटू देखकर पहचाना कि यह लाश उसी के पति अभिषेक की है।

क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, अभिषेक नाम का एक युवक शाहजहांपुर का कुख्यात गैंगस्टर था। वह हत्या के एक मामले में वांटेड था और पुलिस ने उस पर ₹50,000 का इनाम भी रखा था। पुलिस से बचने के लिए वह कानपुर में अपने भांजे अभय के पास फरारी काट रहा था। वहीं उसने अपने दोस्त कुलदीप के घर कुछ दिन रुकने का ठिकाना बनाया।

मौत की वजह: दोस्त की गर्लफ्रेंड से की छेड़छाड़
अभिषेक ने कुलदीप की प्रेमिका के साथ बदतमीजी की। यह बात कुलदीप को नागवार गुजरी और उसने अपने दोस्त की हत्या की साजिश रची।

कैसे की गई हत्या?
हत्या की तारीख: 15 दिसंबर 2024 की रात। कुलदीप ने अभय (भांजा), युवराज (भाई) और अजीत (एक और साथी) की मदद से अभिषेक की हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को बोरी में भरकर, कानपुर के अरमापुर नहर में फेंक दिया गया।

लाश मिली, पर पहचान नहीं हुई
27 दिसंबर 2024 को पुलिस ने नहर से एक अज्ञात शव बरामद किया था। पोस्टमार्टम में हत्या की पुष्टि हुई, लेकिन शिनाख्त नहीं हो पाई, इसलिए लाश को लावारिस मानकर निस्तारित कर दिया गया।

8 महीने बाद एक टैटू ने खोला राज
अगस्त 2025 में अभिषेक की पत्नी शालू ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में उस शव की पुरानी तस्वीर देखी। लाश के हाथ पर 'मां' और दिल का टैटू था, जिसे देखकर उसने तुरंत पहचान लिया कि यह उसके पति अभिषेक का शव है।

पुलिस ने शुरू की दोबारा जांच
पत्नी की पहचान और बयान के बाद कानपुर पुलिस ने जांच तेज की। ADC पी कपिल देव सिंह ने बताया कि टैटू के आधार पर ही हत्या की गुत्थी सुलझ सकी। जांच में कुलदीप, अभय, युवराज और अजीत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।


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Content Editor

Anil Kapoor

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