UP News: होटल कार्ड मिलने से खुला लजर मसीह के संपर्कों का राज, अब STF के रडार पर आतंकी के हैंडलर
punjabkesari.in Sunday, Mar 09, 2025 - 01:31 PM (IST)

Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के कौशांबी से खालिस्तानी आतंकी लजर मसीह की गिरफ्तारी के बाद उसकी कई कनेक्शंस एसटीएफ के रडार पर आ गए हैं। इंटरनेट से मिली जानकारी के आधार पर जांच को और तेज किया गया है। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि यूपी आने के बाद लजर ने कई लोगों से संपर्क किया था। इस आधार पर उसके हैंडलरों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि अगर सबूत मिलें तो कानूनी कार्रवाई की जा सके।
UP में घुसे लजर मसीह ने कई लोगों से किया संपर्क
एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक, पंजाब जेल से फरार हुआ आतंकी लजर मसीह दिसंबर 2024 में ही अपना नेटवर्क मजबूत करने में जुट गया था। जैसे ही उसे टारगेट मिला, उसने अपने हैंडलरों, करीबी लोगों और सहयोगियों को एक्टिव करना शुरू कर दिया। लजर मसीह विदेश में बैठे अपने आकाओं से भी लगातार संपर्क कर रहा था। महाकुंभ के मुख्य स्नान पर्व वसंत पंचमी के समय वह यूपी में दाखिल हुआ और लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद और आगरा जैसे प्रमुख शहरों में कई लोगों से संपर्क किया। हालांकि, सुरक्षा व्यवस्था के कारण वह प्रयागराज में प्रवेश नहीं कर सका, लेकिन आसपास के जिलों में घूमता रहा।
हैंडलरों का पता लगाने में जुटी STF
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अब एसटीएफ, पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि लजर मसीह यूपी में किस-किस से संपर्क में था और वह किन स्थानों पर ठहरा था। जांच में एक नया मोड़ तब आया जब गिरफ्तारी के दौरान लजर के पास से लखनऊ के एक होटल और टूर एंड ट्रैवल्स का कार्ड मिला। अब इस कार्ड के आधार पर होटल संचालकों, कर्मचारियों और टूर एंड ट्रैवल्स से जुड़े लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। एसटीएफ का कहना है कि अगर पूछताछ के दौरान कोई नया तथ्य सामने आता है, तो वह जांच की दिशा बदल सकता है। फिलहाल, एसटीएफ की टीम पंजाब पुलिस के साथ मिलकर लजर के रूट, ठहरने की जगह और अन्य जानकारी एकत्र कर रही है।
STF ने बढ़ाई जांच की रफ्तार
बताया जा रहा है कि इसके अलावा, एसटीएफ ने बताया कि पूछताछ के दौरान लजर मसीह ने असलहा तस्करी से जुड़े कुछ लोगों के नाम भी उजागर किए हैं। अब उन लोगों के बारे में भी जांच की जा रही है और यह भी पता लगाया जा रहा है कि असलहा तस्करी के इस गिरोह में कितने लोग शामिल हैं और उनका नेटवर्क कितना बड़ा है। इस मामले में केंद्रीय एजेंसियों की मदद भी ली जा रही है, ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके और जांच के दायरे में सभी दोषियों को लाया जा सके।