नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जल्द ही 131 पुलिसकर्मी संभालेंगे मोर्चा
punjabkesari.in Thursday, May 08, 2025 - 01:52 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) की संचालन प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है। गौतमबुद्ध नगर के जेवर में बन रहे एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट पर किसी प्रकार की सुरक्षा चूक न हो, इसी कड़ी में, जेवर एयरपोर्ट पर तैनात होने वाले पुलिसबल को चयनित कर उनकी विशेष ट्रेनिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस एक महीने चलने वाली ट्रेनिंग प्रक्रिया के अंतर्गत 45 पुलिस कर्मियों के पहले बैच को ट्रेंड कर दिया गया है। इस ट्रेनिंग का आयोजन ब्यूरो ऑफ इमीग्रेशन की अनुशंसा पर लखनऊ स्थित फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (FRRO) द्वारा कराया जा रहा है।
इन पुलिसकर्मियों की होगी विशिष्ट ट्रेनिंग
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा जेवर एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन सर्विसेस समेत तमाम कार्यों की निगरानी व प्रबंधन के लिए राज्य पुलिस बल की नियुक्ति का आग्रह किया गया था, जिसे पूरा करते हुए योगी सरकार ने पुलिस विभाग के विभिन्न कार्मिकों को सेवाएं देने के लिए चिह्नित किया है। इन सभी कार्मिकों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप ट्रेंड करने तथा विशेष तौर पर इमीग्रेशन सर्विवेस के सफल संचालन के लिए सतकर्, सक्षम व सुद्दढ़ निगरानी प्रणाली के तौर पर कार्य करने के लिए ट्रेंड किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग द्वारा गौतमबुद्ध नगर के जेवर स्थित एनआईएल में जिन पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाना है उन्हें विशिष्ट ट्रेनिंग प्रक्रिया का हिस्सा बनाया जा रहा है।
इन पुलिसकर्मियों का किया चयन
उत्तर प्रदेश पुलिस बल द्वारा एनआईएल की सुरक्षा प्रणाली मजबूत करने के लिए जिन 131 पुलिस कार्मिकों का चयन किया गया है उनमें 10 इंस्पेक्टर, 42 सब इंस्पेक्टर तथा 62 कॉन्सटेबल शामिल हैं। इनके अतिरिक्त, 17 पुलिसकर्मी रिजर्व में रखे जाएंगे। ये सभी 131 पुलिसकर्मी ग्रेजुएट हैं तथा 50 वर्ष से कम उम्र के हैं। ये कंप्यूटर तथा अंग्रेजी भाषा में दक्ष हैं। उल्लेखनीय है कि एनआईए के संचालन की शुरुआत होते ही कुल 19 काउंटर्स का आव्रजन सेवाओं के लिए संचालन होगा। इनमें से 10 काउंटर आगमन के तथा 9 काउंटर प्रस्थान के हैं। इन्हीं काउंटर्स पर इमीग्रेशन सर्विसेस के सतकर्, सक्षम व कुशल संचालन के लिए राज्य पुलिसबल के स्टाफ की तैनाती होनी है और ऐसा होने के पूर्व उन्हें विशिष्ट ट्रेनिंग प्रक्रिया से दक्ष बनाया जा रहा है।