कर्ज और धोखाधड़ी की रंजिश में 10 वर्षीय मासूम की ईंट से सिर कुचलकर निर्मम हत्या, 3 आरोपी गिरफ्तार; मृतक के चाचा द्वारा ठगे जाने से हत्यारे थे नाराज
punjabkesari.in Sunday, Jul 20, 2025 - 10:28 PM (IST)

Ghaziabad News, (आकाश गर्ग): गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर क्षेत्र से अगवा 10 वर्षीय मासूम बच्चे की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। हत्या की वजह हर किसी को झकझोर देने वाली है। पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपी ने बताया कि मृतक के चाचा ने लोन दिलाने के नाम पर उससे 15 हजार रुपये ठग लिए थे। इसी रंजिश का बदला लेने के लिए आरोपी ने अपने बेटे और साथी के साथ मिलकर बच्चे को अगवा किया और बेरहमी से उसकी हत्या कर दी।
बता दें कि मासूम की हत्या की सनसनीखेज घटना 10 जुलाई की है। दरअसल लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र स्थित महामाया कुंज निवासी रवि ने अपने बेटे के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बच्चा घर के बाहर खेलते समय अचानक गायब हो गया था। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल अपहरण की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस की सर्विलांस और जमीनी पड़ताल के बाद तीन आरोपियों को धर्मेन्द्र उर्फ राजू (59 वर्ष), उसका बेटा रोहित उर्फ कृष्णा (20 वर्ष), और उनका साथी गुड्डू उर्फ जैद मोहम्मद (22 वर्ष) को गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में मुख्य आरोपी धर्मेन्द्र ने जो वजह बताई, वह दिल दहला देने वाली है। धर्मेन्द्र ने बताया कि उस पर भारी कर्ज था और वह ढाई लाख रुपये का लोन लेना चाहता था। इस दौरान मृतक के चाचा नरेश ने जल्दी लोन दिलाने का झांसा देकर उससे 15 हजार रुपये ले लिए, लेकिन बाद में कोई मदद नहीं की। इसी धोखाधड़ी से खफा होकर धर्मेन्द्र ने बदला लेने के लिए मासूम बच्चे को निशाना बनाने की साजिश रच डाली। आरोपियों ने घटना की रात करीब 9 बजे बच्चे को ऑटो में बैठाया और दिल्ली के नरेला क्षेत्र में ले जाकर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद ईंट से उसके सिर पर वार कर उसे हमेशा के लिए मौत के घाट उतार दिया। शव को एक सफेद बोरी में भरकर दिल्ली के टीकरी गांव स्थित डीडीए की जलभराव वाली जमीन में फेंक दिया गया।
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर शव बरामद कर लिया है, जिसकी शिनाख्त मृतक के पिता रवि ने की है। साथ ही हत्या में प्रयुक्त ईंट का अद्दा और ऑटो भी बरामद किया गया है। पुलिस ने अब मामले में भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 103 (हत्या), 61(2) (साजिश), और 238 (सबूत मिटाने) के तहत केस दर्ज कर आगे की वैधानिक कार्यवाही शुरू कर दी है। गिरफ्तार आरोपी धर्मेन्द्र और उसका बेटा रोहित गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र के निवासी हैं, जबकि गुड्डू , अशोक नगर, दिल्ली का रहने वाला है। गुड्डू पर पहले से ही दिल्ली के ज्योति नगर थाने में धार्मिक भावना भड़काने से जुड़ा एक केस दर्ज है। पुलिस अन्य आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार पूरी घटना की बारीकी से विवेचना की जा रही है, और आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है।