भाविप्रा करेगा यूपी में 5 नए एयरपोर्ट का संचालन, योगी सरकार और AAI के बीच एमओयू पर हुआ हस्ताक्षर

punjabkesari.in Friday, Jul 01, 2022 - 09:10 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को अलीगढ़, आजमगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट एवं सोनभद्र में विकसित किए जा रहे हवाई अड्डों के संचालन एवं प्रबंधन के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (भाविप्रा) के साथ एक अनुबंध पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये। आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि एयरपोर्ट का विकास राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा सेवा प्रदाता के रूप में संचालन और प्रबंधन की सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इस संबंध में सभी एयरपोर्ट की परिसंपत्तियों एवं पूंजीगत कार्यों का हस्तांतरण भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को किया जा रहा है।      

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में प्रदेश में नागरिक उड्डयन विभाग के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल और भाविप्रा के अध्यक्ष एके पाठक के बीच अनुबंध पत्र (एमओयू) का आदान-प्रदान हुआ। एमओयू के उपरांत अब इन हवाईअड्डों के लाइसेंसिंग की प्रक्रिया होगी और जल्द ही सभी पांच एयरपोर्ट से वायुसेवा शुरू हो जाएगी। इस मौके पर योगी ने कहा कि आज एक महत्वपूर्ण एमओयू निष्पादन के कार्य सम्पन्न हुआ है। रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के अंतर्गत चयनित अलीगढ़, आजमगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट एवं सोनभद्र में विकसित किए जा रहे हवाईअड्डों के संचालन एवं प्रबंधन के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण का सहयोग मिल रहा है। यह एयरपोटर् ऐसे क्षेत्रों में स्थापित हो रहे हैं जो विकास की दौड़ में कतिपय कारणों से पीछे छूट गए थे।

श्रावस्ती, सोनभद्र और चित्रकूट तो आकांक्षात्मक जनपद हैं। यहां से एयर कनेक्टिविटी होने से इन क्षेत्रों के विकास को नये पंख लगेंगे। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ जो पूरब में है, वहां 05 वर्ष पूर्व कोई सोच नहीं सकता था कि यहां एयरपोर्ट बनेगा। लोग डरते थे यहां के नाम से। हमने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे आजमगढ़ के बीच से निकाला। लोग कहते थे कैसे होगा, जब काम शुरू हुआ तो कहीं एक विरोध नहीं हुआ। प्रधानमंत्री जी के हाथों इसका लोकार्पण हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि अलीगढ़ जो कि हाडर्वेयर का महत्वपूर्ण केंद्र है। यहां उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरीडोर का एक नोड स्थापित कर रहे हैं। जल्द ही यहां बेहतर एयर कनेक्टिविटी सुविधा होगी। चित्रकूट रामायण सकिर्ट का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने अपने वनवास के सर्वाधिक समय यहीं व्यतीत किया था। यहां ऊंचाई पर पहाड़ी पर बहुत सुंदर एयरपोटर् बन रहा है। श्रावस्ती पर्यटन की द्दष्टि से विशेष महत्व रखता है। भगवान राम के पुत्र की राजधानी रही है तो भगवान बुद्ध ने अपने जीवन काल में सर्वाधिक चातुर्मास यहीं व्यतीत किये थे। अब यहां से वायुसेवा शुरू होने जा रही है। उन्होने कहा कि सोनभद्र कभी नक्सल गतिविधियों के लिए कुख्यात रहा है। लेकिन यह प्राकृतिक संसाधनों की द्दष्टि से अत्यंत समृद्ध है। माइनिंग के लिहाज से बहुत समृद्ध है। यही नहीं, जनजातीय समाज का उद्गम सोनभद्र ही है। यहां वायु सेवा आवश्यक थी, जिसे हम पूरा कर रहे हैं। 2017 के पहले गोरखपुर से दिल्ली तक केवल एक फ्लाइट थी। आज 14 उड़ानें हैं और मैं जब पूछता हूँ तो पता लगता है कि सभी भरकर आती हैं और भरकर ही जाती हैं इसने गोरखपुर के विकास को नई गति दी है। इसी प्रकार मात्र 11 माह में एयरपोर्ट तैयार कर प्रयागराज कुम्भ के लिए अच्छी वायुसेवा दी।      

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश अतिशीघ्र 05 इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला राज्य बनने जा रहा है। वर्तमान में वाराणसी, कुशीनगर और लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं जबकि जेवर और अयोध्या में निर्माण जारी है।


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Content Writer

Mamta Yadav

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