आतंकी संगठन ISIS का सक्रिय सदस्य वाराणसी से गिरफ्तार, मामले में NIA कर रही पूछताछ

punjabkesari.in Thursday, Oct 20, 2022 - 03:00 PM (IST)

वाराणसी: आतंकी संगठन आईएसआईएस के एक सक्रिय सदस्य को एनआईए ने वाराणसी में गिरफ्तार किया है। 24 वर्षीय बासित कलाम सिद्दीकी वाराणसी के थाना लालपुर पांडेपुर के अंतर्गत मकबूल आलम रोड इलाके का रहने वाला है। गिरफ्तारी के दौरान कलाम के पास से एनआईए ने आईईडी और विस्फोटक पदार्थों के निर्माण से संबंधित हस्तलिखित नोट, मोबाइल फोन, लैपटॉप, पेन-ड्राइव आदि जैसे आपत्तिजनक लेख जब्त किए हैं। बासित अफगानिस्तान में अपने आकाओं के इशारे पर विस्फोटक 'ब्लैक पाउडर' बनाने में जुटा हुआ था।

आतंकी संगठन के इशारे पर युवाओं का करता था ब्रेनवाश
आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठन किस तरह युवाओ का ब्रेनवाश करके उनमे जहर घोल रहा है इसका पता वाराणसी में 24 वर्षीय आईएसआईएस के सदस्य बासित कलाम सिद्दीकी की गिरफ्तारी के साथ हुआ। सिद्दीकी वाराणसी के लालपुर पांडेपुर थाना अंतर्गत मकबूल आलम रोड का रहने वाला है। गिरफ्तारी के बाद बातचीत और उसके पिता को लालपुर पांडेपुर थाने लाकर पूछताछ रात के वक्त में भी जारी थी।

NIA की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार 2 स्थानों पर की छापेमारी 
एनआईए की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार एनआईए ने 2 स्थानों पर छापे और तलाशी ली और आईएसआईएस 'वॉयस ऑफ हिंद' मॉड्यूल मामले में एक अत्यधिक कट्टरपंथी ऑपरेटिव को गिरफ्तार किया। 19.10.2022 को एनआईए ने वाराणसी, यूपी और दिल्ली में दो स्थानों पर छापेमारी की और बासित को गिरफ्तार किया। कलाम सिद्दीकी पुत्र कलाम अहमद सिद्दीकी, (आयु 24 वर्ष) निवासी वाराणसी में आरसी-14/2021/एनआईए/डीएलआई के मामले में। यह मामला आईएसआईएस, एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन द्वारा साजिश से संबंधित है जो भारत में प्रभावशाली युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और भर्ती करने के लिए भारतीय राज्य के खिलाफ हिंसक जिहाद छेड़ने के लिए आतंकवादी हिंसा के कृत्यों को अंजाम देता है। एनआईए द्वारा 29.06.2021 को आईपीसी की धारा 124ए, 153ए, और 153बी और यूए (पी) अधिनियम 1967 की धारा 17, 18, 18बी, 38, 39 और 40 के तहत मामला दर्ज किया गया था।

ISIS की ओर से कट्टरपंथी युवाओं की करता था भर्ती
जांच के दौरान, यह सामने आया कि वाराणसी का निवासी बासित कलाम सिद्दीकी भारत से आईएसआईएस की ओर से कट्टरपंथी युवाओं की भर्ती और भर्ती में सक्रिय रूप से शामिल था। एनआईए द्वारा 'वॉयस ऑफ हिंद' मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने और आईएसजेके के तथाकथित आमिर उमर निसार उर्फ ​​कासिम खुरासानी समेत 6 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद संशोधित रणनीति के तहत एक नई ऑनलाइन पत्रिका के जरिए ऑनलाइन प्रचार को बढ़ावा दिया जा रहा था। 'खुरासान की आवाज'।

 'वॉयस ऑफ खुरासान' पत्रिका के माध्यम से आईएसआईएस का करता था प्रचार
बासित कलाम आईएसआईएस के संचालन संचालकों के साथ सक्रिय संपर्क में थे और 'वॉयस ऑफ खुरासान' पत्रिका के माध्यम से आईएसआईएस के प्रचार सामग्री के निर्माण, प्रकाशन और प्रसार में शामिल थे। अफगानिस्तान में स्थित अपने आईएसआईएस आकाओं के निर्देश पर, वह एक विस्फोटक 'ब्लैक पाउडर' बनाने की कोशिश कर रहा था और इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेस (आईईडी) के निर्माण के लिए इस्तेमाल होने वाले अन्य घातक रासायनिक पदार्थों के उपयोग के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहा था। वह अपने द्वारा संचालित कई टेलीग्राम समूहों के माध्यम से महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और नागरिक आबादी के खिलाफ आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए विस्फोटक बनाने का प्रशिक्षण भी दे रहा था। वह सक्रिय आईएसआईएस आतंकवादियों के साथ युद्ध में शामिल होने के लिए खुरासान को 'हिजरत' करने की भी तैयारी कर रहा था। एनआईए ने इससे पहले छह आरोपियों के खिलाफ इस मामले में एनआईए की विशेष अदालत, दिल्ली में एक मुख्य और एक पूरक आरोप पत्र दायर किया था। मामले में आगे की जांच जारी है।


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Content Writer

Ramkesh

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