दुष्कर्म पीड़िता से मिलने नहीं दे रहा प्रशासन- अजय राय का सरकार पर गंभीर आरोप

punjabkesari.in Tuesday, Oct 15, 2024 - 06:41 PM (IST)

लखनऊ: कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे के साथ मंगलवार को लखनऊ के वीरांगना झलकारी बाई महिला अस्पताल में कथित रूप से दुष्कर्म की शिकार 14 वर्षीय पीड़िता से मिलने गए। पीड़िता का अस्पताल में इलाज चल रहा है, लेकिन कांग्रेस नेता उससे नहीं मिल पाए क्योंकि उन्हें कथित तौर इसकी अनुमति नहीं दी गई। राय ने बताया, ‘‘ पीड़िता का इलाज चल रहा है। हम उससे नहीं मिल पाए, क्योंकि उन्होंने (चिकित्सकों ने) हमें उससे मिलने की अनुमति नहीं दी। प्रशासन ने गेट पर पुलिस बल तैनात कर दिया और हमारे कार्यकर्ताओं को उससे मिलने से रोक दिया। इसका मतलब है कि घटना बड़ी है और इसे छिपाने की कोशिश की जा रही है।

पीड़िता के परिवार को कांग्रेस ने दी आर्थिक मदद
उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी नेताओं ने नाबालिग लड़की के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और पार्टी की ओर से आर्थिक मदद की। पुलिस ने बताया था कि 14 वर्षीय लड़की के साथ कथित रूप से सोमवार तड़के दुष्कर्म किया गया और हाथ-पैर बांधकर उसे खेत में छोड़ दिया गया। उसने बताया कि नाबालिग को शुरुआत में राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) शशांक सिंह ने दर्ज प्राथमिकी का हवाला देते हुए बताया कि घटना चिनहट थाना क्षेत्र में उस समय हुई जब लड़की तड़के शौच के लिए बाहर गई थी। उन्होंने बताया कि जब लड़की घर नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की और खेत में उसे पाया। उसके हाथ-पैर दुपट्टे से बंधे हुये थे।

वीरांगना झलकारी बाई महिला अस्पताल में पीड़िता का चल रहा है इलाज
पुलिस ने इस संबंध में लड़की के परिवार की शिकायत पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 64 (1) (बलात्कार) और पॉक्सो अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस के अनुसार लड़की को शुरुआत में राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया प्रकरण की जांच के लिए तीन टीम बनाई गई। चिनहट पुलिस थाना के प्रभारी (एसएचओ) अवनीश कुमार चतुर्वेदी ने मंगलवार को बताया कि शुरुआत में नाबालिग लड़की को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उसे वीरांगना झलकारी बाई महिला अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।

खेत में बंधी हुई हालत में मिली थी पीड़िता
इस बीच, बलात्कार पीड़िता की बड़ी बहन ने मंगलवार'को बताया, ‘‘ वह सोमवार तड़के तीन बजे उठी थी, लेकिन सुबह देर तक घर वापस नहीं आई, जिसके बाद परिवार के सदस्यों ने उसकी तलाश शुरू की। सुबह 8 बजे तक उसका कुछ पता नहीं चल सका। इसके बाद, मैं और मेरे पति उसे खोजने के लिए बाराबंकी गए, जबकि मेरा भाई पुलिस को सूचना देने के लिए स्थानीय पुलिस चौकी गया।'' उसने बताया,‘‘बाद में, किसी ने मेरे भाई को बताया कि मेरी छोटी बहन को खेत में बंधी हुई हालत में देखा गया है, जिसके बाद हम मौके पर पहुंचे और उसे इलाज के लिए अस्पताल ले आए। उसने हमें बताया कि उसे बस इतना याद है कि तीन लड़के थे, जिन्होंने उसके चेहरे पर कुछ स्प्रे किया था।


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Content Writer

Ramkesh

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