सरकार पर झूठा आरोप लगाने की राजनीति करना बंद करें अखिलेश: सुरेश खन्ना
punjabkesari.in Thursday, Jun 24, 2021 - 09:43 PM (IST)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव को झूठ बोलने से परहेज करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि सरकार पर झूठे आरोप लगाने से कोई नेता जनता का भला नहीं करता है। जनता भी झूठ बोलने वाले नेता को पसंद नहीं करती करती है। इसलिए बेहतर यही है कि अखिलेश यादव रोज प्रदेश सरकार पर झूठा आरोप लगाने की राजनीति करना बंद करें। सपा नेता को शायद यह पता नहीं है कि सूबे की जनता उसी को नेता मानती है जो उसके दुख दर्द की चिंता करता हो, गांवों में लोगों सी दिक्कतों को दूर करने के लिए जाता हो। ऐसे नेता के साथ वह साथ नहीं देती जो कोरोना के भय से अपने घर के बाहर ही निकलने से डरता हो।
अखिलेश के बयान कि भाजपा की अदूरदर्शी कुनीतियों के कारण बेरोजगारी ने भी अपना विकराल रूप दिखाया है को लेकर कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि श्री यादव राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं लेकिन वह झूठ बोलते हैं। बिना तथ्यों की पड़ताल किए हुए सार्वजनिक बयान देते हैं। उन्हें मालूम होना चाहिए कि इन्वेस्टमेंट मीट के दौरान उत्तर प्रदेश में उद्योग लगाने के लिए देश तथा विदेश के बड़े-बड़े निवेशकों से 1045 निवेश प्रस्ताव मिले थे, इन निवेश प्रस्तावों के जरिए राज्य में 4.28 लाख करोड़ रुपए का निवेश होना था जिसमें 215 उद्योगपतियों ने 51,240.25 करोड़ रुपए का निवेश कर अपने उद्यम लगा दिए हैं जबकि 37,478.63 करोड़ रुपए का निवेश कर लगाए जा रहे 130 उद्यमों में इस वर्ष उत्पादन शुरू हो जाएगा और 86,842.89 करोंड रुपए की लागत से लगाए जाने वाले 449 उद्यमों के निर्माण का कार्य इसी वर्ष शुरू होगा। इसलिए अखिलेश यादव को इन सारे तथ्यों की जानकारी करके ही बयान देना चाहिए।
खन्ना ने कहा कि निवेश संबंधी आकड़े सपा अध्यक्ष औद्योगिक विकास विभाग से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। ऐसा करने पर उन्हें पता चलेगा कि जो उद्योगपति सपा सरकार के गुंडाराज से आजिज होकर यूपी में निवेश नहीं कर रहे थे, वही उद्योगपति योगी सरकार की नीतियों तथा सरकार के प्रयासों से राज्य में खुशी - खुशी निवेश कर रहें हैं। नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, गोरखपुर, आजमगढ़, हरदोई, लखनऊ सहित यूपी के तमाम जिलों में जाकर देखे कि सैमसंग, आइका, ब्रिटानिया, डिक्सोन जैसी कितनी बड़ी -बड़ी कंपनियों ने अपनी यूनिट राज्य में लगा ली है।