इलाहाबाद विश्वविद्यालय फीस वृद्धि मामला: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने की तालाबंदी, जमकर किया हंगामा

punjabkesari.in Monday, Sep 26, 2022 - 03:45 PM (IST)

प्रयागराजः उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। विश्वविद्यालय के छात्र लगातार फीस वृद्धि के आदेश को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। करीब दो महीने से छात्र फीस वृद्धि के मुद्दे पर आंदोलन कर रहे है। इसी के चलते अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा सोमवार को विश्वविद्यालय के सभी गेटों और सेंट्रल लाइब्रेरी में तालाबंदी कर दी गई। जब इस घटना की जानकारी पुलिस को हुई तो पुलिस ने मौके पर पहुंच ताला तुड़वाकर यूनिवर्सिटी को खुलवाया। इस दौरान पुलिस और छात्रों में जमकर झड़प हुई और छात्रों ने काफी हंगामा किया।

बता दें कि फीस वृद्धि के फैसले की वापसी की मांग कर रहे, एबीवीपी के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय के गेट नंबर एक के सामने पोस्टर बैनर लेकर धरने पर भी बैठ गए। एबीवीपी कार्यकर्ता लगातार नारेबाजी करते हुए 4 गुना बढ़ी फीस वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही एबीवीपी कार्यकर्ताओं की अन्य 10 सूत्रीय मांगे भी हैं। जिसे पूरा किए जाने की मांग को लेकर छात्रों ने आंदोलन किया है। एबीवीपी कार्यकर्ताओं की तालाबंदी के चलते छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय परिसर के अंदर नहीं जा पा रहे थे। तमाम छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय गेटों के बाहर खड़े रहे। इस बीच भारी पुलिस बल यहां पहुंचा और गेट खुलवाकर छात्रों को कैंपस के अंदर दाखिल करवाया।

तालाबंदी में दूसरे छात्रों ने भी दिया साथ
गेटबंदी से विश्वविद्यालय के छात्रों को भले ही दिक्कत हो रही है, लेकिन दबे स्वर में छात्र भी तालाबंदी का समर्थन कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि उनके लिए गेट बंदी की वजह से एक दिन की समस्या हो रही है। लेकिन अगर बढ़ी हुई फीस वापस ले ली जाती है, तो इससे तमाम छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत मिलेगी। इस लिए फीस वृद्धि के मुद्दे पर तमाम छात्र संगठनों का आंदोलन लगातार जारी है।

यह है पूरा मामला
बता दें कि विश्विद्यालय प्रशासन ने 2022- 23 में प्रवेश लेने वाले नए छात्रों की फीस में वृद्धि करते हुए फीस बढ़ा दी है। छात्र लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने फीस वृद्धि के प्रस्ताव को वित्त समिति और एकेडमिक काउंसिल ने मंजूरी दे दी है और कार्य परिषद की बैठक में इस पर अंतिम मुहर लग गई है। मिली जानकारी के अनुसार नए सत्र में प्रवेश लेने वाले छात्रों को ये फीस देनी होगी। ऐसे में छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे हैं। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि फीस में वृद्धि नियमों के तहत ही की गई है।


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Content Editor

Pooja Gill

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