Ayodhya: 500 साल बाद पहली बार चांदी के पालने पर झूला झूलेंगे रामलला, 21 किलो चांदी से बना शानदार झूल
punjabkesari.in Thursday, Aug 12, 2021 - 12:02 PM (IST)

अयोध्या: उत्तर प्रदेश के राम नगरी अयोध्या में बुधवार से सावन झूला मेला प्रारंभ हो गया है। इस दौरान अस्थाई मंदिर में विराजमान रामलला 500 वर्षों के बाद पहली बार चांदी के पालने पर झूला झूलेंगे। इस दौरान रामलला को गीत भी सुनाए जाएंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने 21 किलो का चांदी का शानदार झूला रामलला को समर्पित कर दिया है।
इससे पहले रामलला को लकड़ी के झूले में झुलाया जाता था
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि, 'श्रावण शुक्ल तृतीया (11.8.21 ) से अयोध्या में झूला मेला प्रारम्भ हुआ। मन्दिरों में भगवान को झूले पर रक्षा बन्धन पर्व तक झुलाया जायेगा, गीत सुनाये जाएँगे। रामलला के लिये चाँदी का 21 किलो का झूला बनवाया है, जो प्रभु को समर्पित कर दिया है।' बता दें कि कोर्ट का निर्णय आने से पहले रामलला को लकड़ी के झूले में झुलाया जाता था। 500 वर्षों बाद पहली बार सावन माह के दौरान राम दरबार में झूला उत्सव का आयोजन किया गया है। इस परंपरा के तहत भगवान राम, जो वर्षों से टेंट में विराजमान रहे हैं उन्हें विशेष झूले पर झुलाया जाता है। हालांकि इस बार कोरोना के कारण इस आयोजन को सीमित कर दिया गया है।
झूले में क्या है खासियत?
21 किलो के झूले की खासियत यह है कि यह पूरी तरह चांदी से तैयार है और डोरी सहित इसमें सबकुछ चांदी का है। श्रावण शुक्ल पंचमी से भगवान रामलला को झूले पर विराजमान करने के साथ ही झूला उत्सव शुरू होगा और 22 अगस्त को पूर्णिमा के दिन यह समाप्त होगा।