Kanpur Dehat Case: मंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति बोले- 'महिलाओं के अंदर आदत होती है आग लगाने की'
punjabkesari.in Friday, Feb 17, 2023 - 11:28 AM (IST)
कानपुर(ऋषभ सिंह): उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार में महिला कल्याण मंत्री प्रतिभा शुक्ला (Pratibha Shukla) के पति अनिल शुक्ला (Anil Shukla) ने कानपुर देहात (Kanpur Dehat) में हुई घटना को लेकर विवादित बयान दिया है। पूर्व सांसद वारसी (Former MP Warsi) ने कहा कि महिलाओं (Woman) के अंदर आदत होती है आग (Fire) लगाने की। वो जल्दी ही आग लगाने के लिए उत्सुक हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि उनका भी मरने का कोई इरादा नहीं था। वो चाहती थी कि हम ऐसा करेंगी तो ये लोग यहां से भाग जाएंगे। लेकिन इस दौरान यह बड़ा हादसा हो गया। अनिल शुक्ला (Anil Shukla) ने कहा कि मृतकों के परिवार को सरकार (Government) की तरफ से जो मुआवजा (Compensation) दिया गया वो गलत है।
पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी ने महिलाओं को लेकर दिया विवादित बयान
जानकारी के मुताबिक, यूपी सरकार में महिला कल्याण मंत्री के पति इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए आगे कहा कि बात आज की नहीं है, आगे भी इस तरह की घटनाएं होंगी। उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई कोई गैर-कानूनी काम होता है और उसमें कोई मर जाता है तो क्या प्रशासन और कानून को इतना ज्यादा खत्म कर देना चाहिए कि वह सही फैसला ही नहीं ले पाए?
अधिकारियों के सामने मां-बेटी की जिंदा जलकर हो गई थी मौत
दरअसल, बीते सोमवार को कानपुर देहातद की मैथा ब्लॉक के मड़ौली गांव में पुलिस-प्रशासन अवैध कब्जा हटाने गया था। जिस दौरान अधिकारियों के सामने ही मां-बेटी का आग से जिंदा जलकर मौत हो गई थी। जिसके बाद मृतकों के परिजनों की तहरीर पर लेखपाल, एसडीएम, कानूनओ सहित 20 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। बताया जा रहा है कि एफआईआर दर्ज होने के बाद शासन ने एसडीएम को सस्पेंड कर दिया। वहीं बुलडोजर ड्राइवर और लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया।
घटना के बाद राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला सोमवार देर रात को घटनास्थल पर पहुंचीं थीं
आपको बता दें कि कानपुर देहात में मां-बेटी के जिंदा जलने की घटना के बाद राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला सोमवार देर रात को घटनास्थल पर पहुंचीं थीं। तब उन्होंने कहा था, "महिलाओं के साथ अत्याचार हुआ। मैं इस क्षेत्र की विधायक हूं और यहां पर ऐसी घटना हो रही है। जमीन तो यूं ही पड़ी है, आगे भी पड़ी रहेगी, कोई कहीं नहीं ले जा रहा है। प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि जब हम अपनी बेटी व एक मां को ही नहीं बचा पा रहे हैं तो ऐसे में मेरा महिला कल्याण विभाग में होना बेकार है।