बरेली ब्रिज हादसा: बदायूं पुलिस की बड़ी कार्रवाई, Google Map पर गलत जानकारी देने पर नोटिस जारी
punjabkesari.in Monday, Dec 02, 2024 - 11:34 AM (IST)
Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले की पुलिस ने गूगल को एक नोटिस जारी किया है। पुलिस ने गूगल के अधिकारियों से पूछा है कि जिस पुल का रास्ता बंद था और अधूरा था, उसे गूगल मैप पर कैसे सही दिखाया गया? इस गलती के कारण 3 लोगों की जान चली गई। पुलिस ने गूगल मैप को ईमेल भेजकर नोटिस दिया है और जवाब देने के लिए 7 दिन का समय दिया है।
जानिए, क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले, तीन लोग कार से बरेली जा रहे थे। गूगल मैप के सहारे चलते समय उनकी कार एक अधूरे पुल पर चढ़ गई। पुल आगे नहीं बना था, जिससे कार करीब 50 फीट ऊंचाई से गिर गई। इस हादसे में कार सवार तीनों लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में नितिन, अजीत और अमित शामिल थे, जो फर्रुखाबाद के निवासी थे। ये तीनों 24 नवंबर को तड़के गूगल मैप के सहारे फरीदपुर (बरेली) जा रहे थे।
गूगल मैप पर रास्ते की गलत जानकारी दी गई थी, जिसके चलते हुआ यह हादसा
पुलिस की जांच में पता चला कि गूगल मैप पर रास्ते की गलत जानकारी दी गई थी, जिसके चलते यह हादसा हुआ। पुलिस ने बताया कि जब चालक ने देखा कि आगे पुल हवा में लटका है, तब तक कार को रोकने का प्रयास किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। गूगल के स्थानीय प्रतिनिधि का पता लगाना पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण हो रहा है। पुलिस ने गूगल के क्षेत्रीय अधिकारी की तलाश की है, लेकिन उन्हें अधिकारियों के नाम और पते की जानकारी नहीं मिल सकी है। इसलिए विवेचक सब इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह ने गूगल के गुरुग्राम स्थित कार्यालय की ईमेल आईडी पर नोटिस भेजा है।
जानिए, क्या कहना है बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश सिंह का?
इस मामले में चार लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश सिंह ने कहा कि गूगल मैप पर दिखाए गए गलत रास्ते के कारण यह हादसा हुआ। उन्होंने गूगल से सवाल किया है कि बंद रास्ता सुचारू क्यों दिखाया गया। यदि गूगल निर्धारित समय में जवाब नहीं देता है, तो यूपी पुलिस गूगल के जिम्मेदार अधिकारी को तलाशने में सक्षम है। वहीं इस घटना ने गूगल मैप की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। यह पहली बार नहीं है जब गूगल मैप की गलत जानकारी के कारण जान-माल का नुकसान हुआ है, लेकिन इस बार पुलिस ने गूगल के खिलाफ कानूनी कदम उठाने का संकल्प लिया है। यदि गूगल समय पर जवाब नहीं देता है, तो पुलिस और कड़ी कार्रवाई करने की योजना बना रही है। यह मामला न केवल गूगल की जवाबदेही को लेकर है, बल्कि डिजिटल उपकरणों पर अंधाधुंध भरोसे के बारे में भी सोचने पर मजबूर करता है।