उपचुनावः भाजपा के सामने रामपुर जीतने और खतौली बरकरार रखने की चुनौती

punjabkesari.in Monday, Nov 21, 2022 - 06:52 PM (IST)

लखनऊः भाजपा के सामने उपचुनाव में रामपुर विधानसभा सीट जीतने और खतौली की सीट बरकरार रखने की चुनौती है। सपा का गढ़ रहे रामपुर लोकसभा के उपचुनाव में घनश्याम लोधी के जीतने से उत्साहित भाजपा इस बार रामपुर सदर विधानसभा उपचुनाव जीतने को आतुर है।

इस सीट को जीतने के लिए भाजपा, सपा के वोट बैंक खासकर मुस्लिम वर्ग में सेंधमारी कर पसमांदा समाज के वोट लेना चाहती है। इसके साथ ही बसपा के मैदान में न होने का फायदा उठाकर दलित, पिछड़े और सवर्णों वर्गों के वोटों को भी लेकर इस सीट पर पहली बार भगवा फहराने के सपने सजों रही है। अखिलेश का मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में अपनी पत्नी डिंपल यादव को जिताने के लिए मैनपुरी में व्यस्त रहना और इस सीट पर सपा प्रत्याशी को जिताने के लिए आजम खां की खामोशी में भी भाजपा अपना फायदा तलाश रही है।

भाजपा ने रामपुर विधानसभा उपचुनाव में आजम खां के चिरप्रतिद्वन्दी आकाश सक्सेना तो सपा ने पिछले लोकसभा उपचुनाव में भाजपा के घनश्याम लोधी से हार चुके आसिम रजा को प्रत्याशी बनाया है। यह सीट आजम खां के न्यायालय से सजायाफ्ता होने के बाद रिक्त हुई है। इस सीट पर सबसे ज्यादा मुस्लिम मतदाता हैं। रामपुर में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 80 हजार के करीब है। इसके बाद वैश्य और लोधी समाज के मतदाता लगभग बराबर तादाद में हैं। रामपुर में वैश्य और लोधी समाज के करीब 35-35 हजार मतदाता हैं। वहीं इस सीट पर करीब 15 हजार दलित मतदाता हैं। भाजपा इस सीट पर पसमांदा समाज के मुस्लिम मतदाताओं के अलावा दलित लोधी और वैश्य वोटों पर भी फोकस कर रही है।

खतौली विधानसभा उपचुनाव में भाजपा ने इस सीट को बरकरार के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इस सीट पर भाजपा के विधायक विक्रम सिंह सैनी की सदस्यता न्यायालय से सजा पाने के बाद रद्द कर दी गई। हिन्दुत्व के सहारे भाजपा के विक्रम सिंह सैनी लगातार दो बार इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं।

 


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Content Writer

Ajay kumar

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