हरदोई में लाल खून के खेल का काला कारोबार! 7000 रुपए लिए और दे दिया नकली खून, रात के अंधेरे ने बचाई मरीज की जान
punjabkesari.in Wednesday, Oct 16, 2024 - 06:34 PM (IST)
Hardoi News, (मनोज): उत्तर प्रदेश के हरदोई में लाल खून के काले खेल का मामला सामने आया है। यहां पर एक मरीज को जब ब्लड चढ़ाने की जरूरत हुई तो परिजन भटक रहे थे। इसी बीच मेडिकल कॉलेज के बाहर एक व्यक्ति मिला जिसने 7 हजार रुपये में खून दिलाने की बात की और जो खून दिलाया वह नकली निकला। यही नहीं ब्लड पैक के ऊपर लगी स्लिप भी नकली थी। अब इस पूरे मामले की जांच स्वास्थ्य महकमा कराने में जुट गया है।
बता दें कि यूपी के हरदोई जिले में लाल खून का काला कारोबार करने वाले खेल का एक मामला सामने आया है। यहां चंद पैसा के लालच में लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। हरदोई के मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीज को एक यूनिट ब्लड की जरूरत थी तो उसने ब्लड के लिए अपने एक रिश्तेदार के माध्यम से बात की तो उन्होंने एक नर्सिंग होम से ब्लड लाकर 7 हजार में दे दिया और मरीज के परिजन ब्लड लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे डॉक्टर से ब्लड चढ़ाने के लिए कहा लेकिन रात होने के चलते डॉक्टर ने ब्लड चढ़ाने के लिए मना कर दिया और ब्लड को ब्लड बैंक में रखने को कह दिया। जिसके बाद मरीज के परिजन ब्लड लेकर ब्लड बैंक पहुंचे और उन्होंने ब्लड जमा कर दिया। सुबह जब परिजन ब्लड बैंक पहुंचे और कर्मचारियों से ब्लड मांगा तो वहां मौजूद कर्मचारियों ने ब्लड देने के लिए निकाला और उसको चेक किया गया तो उस ब्लड पर जो पर्ची लगी हुई थी वह भी फर्जी निकली और ब्लड में होमोग्लोबिन की मात्रा बिल्कुल कम निकली इसके बाद ब्लड बैंक से मरीज को एक यूनिट दूसरा ब्लड दे दिया गया।
दरअसल, कोतवाली देहात इलाके के बाहर गांव के रहने वाले कृष्ण मुरारी को मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है जहां पर उनको ब्लड चढ़ाया जाना था। कृष्ण मुरारी के रिश्तेदार कौशल किशोर मिश्रा ने बताया की ब्लड के लिए वह लोग इधर-उधर भटक रहे थे, इसी बीच एक व्यक्ति मिला जिसने 7 हजार रुपये में ब्लड देने की बात कह कर जो खून दिया वह नकली निकला। इस मामले को लेकर ब्लड बैंक के प्रभारी डॉक्टर पवन कुमार ने बताया कि जब जांच पड़ताल की गई तो पाया गया की ब्लड सही नहीं है और उसमें हेरफेर किया गया है। इतना ही नहीं जो पर्ची ब्लड बैंक की वह भी उससे मैच नहीं की है।
इस प्रकरण को लेकर सीएमएस डॉक्टर जेके वर्मा ने बताया कि इस तरह का मामला सामने आया है अब इस पूरे मामले की एफआईआर कराई जा रही है। जो भी तथ्य सामने निकल कर आएंगे उसके आधार पर कार्यवाही की जाएगी और इस तरह का खेल करने वालों को किसी भी प्रकार से बक्सा नहीं जाएगा।