अंधविश्वास! खुद को अमर करने के लिए गड्ढे में समाधि ले रहा था तांत्रिक, कड़ी मशक्कत कर पुलिस ने निकाला बाहर
punjabkesari.in Thursday, Oct 06, 2022 - 03:50 PM (IST)

कुशीनगरः उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां पर एक तांत्रिक अपनी प्रसिद्धि के लिए गड्ढे में समाधि लेने जा रहा था। जब पुलिस को इस बात की जानकारी हुई तो पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद उसे गड्ढे से बाहर निकाला। यह घटना उस समय हुई जब लोग नवमी (मंगलवार) मना रहे थे। तभी एक तांत्रिक गांव वालों को बिना बताए गड्ढे में समाने जा रहा था। जब इस मामले के बारे में गांव वालों को पता चला तो गांव में हड़कंप मच गया और सभी गांव वाले तांत्रिक की इस हरकत से हैरान हो गए।
बता दें कि यह मामला जिले तुर्कपट्टी थाने के गांव मछरिया के पांडेय पट्टी का है। यहां पर तंत्र मंत्र के चक्कर में एक बुजुर्ग तांत्रिक समाधि लेने जा रहा था। जिसे पुलिस ने गड्ढे से निकाला है। दरअसल, गांव के ही लल्लन ऊर्फ साधु यादव द्वारा देवरिया जनपद के गांव मुसहरी से कीर्तन मंडली बुलाई गई थी। गुपचुप तरीके से गांव के बाहर भजन कीर्तन चल रहा था। लल्लन पहले से ही समाधि लेने की योजना के तहत बगल में गड्ढा खोद कर तैयार कर रखा था। भजन-कीर्तन के दौरान उसने खुद के समाधि लेने की घोषणा की। इसके बाद गड्ढे में प्रवेश किया और अपने ऊपर मिट्टी डालने लगा। कीर्तन मंडली में शामिल लोग जयकारा लगाने लगे। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस को देखते ही कीर्तन मंडली में शामिल महिला-पुरुष भाग निकले।
प्रसिद्धि साबित करने के लिए ले रहा था समाधि
इस घटना की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची तो कीर्तन मंडली के सदस्य वहा से भाग निकले। पुलिसकर्मियों ने कड़ी मशक्कत कर बुजुर्ग तांत्रिक को बाहर निकाला। थाना प्रभारी तुर्कपट्टी आशुतोष सिंह ने बताया कि पूछताछ में तांत्रिक ने बताया है कि तंत्र विद्या सिद्ध करने के लिए वह ऐसा कर रहा था। उसकी पत्नी व दो बच्चों की मौत हो चुकी है। घर पर बेटी पूनम व दो नाती साथ रहते हैं। उनको भी इसके बारे में उसने कुछ नहीं बताया था। वहीं, पुलिस ने यह भी बताया कि, अपनी प्रसिद्धि या खुद को अमर साबित करने के लिए भी वह ऐसा करने जा रहा था। थाना प्रभारी ने बताया कि कीर्तन मंडली में शामिल लोगों के बारे में भी पता किया जा रहा है और पुलिस आगे की कार्रवाई में लगी हुई।