आजम खान और अखिलेश के नाम का शिलापट तोड़ा: मुस्लिम महासंघ ने कहा- रामपुर से नामों निशान मिटा देंगे...
punjabkesari.in Sunday, Feb 19, 2023 - 11:40 PM (IST)

रामपुर: मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने रविवार को रामपुर में समाजवादी पार्टी (सपा) नेता आजम खां के नाम लिखे शिलापट को हथौड़ा मार कर तोड़ दिया। इस शिलापट में आजम के साथ पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का भी नाम लिखा था।
जिस व्यक्ति को वोट देने का अधिकार नहीं, उसका नाम भी कहीं दिखाई नहीं देना चाहिए
बता दें कि रामपुर में मुस्लिम महासंघ सपा नेता आजम खान के विरोध में उतर गया है। मुस्लिम महासंघ के अध्यक्ष फरहत अली ने बापू मॉल पर लगाए गए शिलापट पर हथौड़े बरसाते हुए कहा कि जिस व्यक्ति को वोट देने का अधिकार नहीं, उसका नाम भी कहीं दिखाई नहीं देना चाहिए। आजम खान को मुल्जिम बताते हुये उन्होंने कहा प्रशासन को खुद ही नाम निशान तुड़वा देने चाहिए, अन्यथा वह खुद सारे नाम निशान मिटा देंगे। फिलहाल मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस ने फरहत अली को हिरासत में ले लिया है। पूछताछ की जा रही है।
प्रशासन को आजम के नाम के सभी पत्थर हटा देना चाहिए
फरहत अली खान ने कहा, आजम खान को सजा हो चुकी है। वह अपराधी हैं, इसलिए उनके नाम का पत्थर नहीं लगना चाहिए। प्रशासन को उनके नाम के सभी पत्थर हटा देना चाहिए। नहीं तो वह खुद सारे नाम और निशान मिटा देंगे। हमने आजम खान के नाम का पत्थर तोड़ने का प्रयास किया है, न कि अखिलेश यादव का। पत्थर पर हथौड़ा बजाने के बाद फरहत अपने घर चले गए। मामले की जानकारी होने पर शहर कोतवाली पुलिस ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पूर्व मुख्यमंत्री के नाम का शिलापट तोड़ने के मामले में फरहत को थाने बुला लिया और हिरासत ले लिया।
'आजम खान से उन्हें कोई शिकवा नहीं है, बल्कि उनके कैरेक्टर से है'
गैरतलब है कि आजम खान ने सरकार में रहते हुए 2007 और 2013 में दो बार फरहत अली खान को हॉकी कोच के पद से हटवा दिया था। जिस पर उनकी मां काफी रोईं थीं। वहीं फरहत अली खान ने कहा कि आजम खान से उन्हें कोई शिकवा नहीं है, बल्कि उनके कैरेक्टर से है। उन्होंने हमेशा राष्ट्र के खिलाफ काम किए हैं। उन्होंने गरीबों के घर तोड़ दिए, जिससे वह उनसे नाराज हैं।